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COVID-19 treatment: कोरोना के मरीजों की 'सूंघने की शक्ति' क्यों खत्म हो जाती है, सूंघने की शक्ति बढ़ाने के 5 आयुर्वेदिक उपचार

By उस्मान | Updated: August 24, 2020 12:06 IST

सूंघने की शक्ति कैसे बढ़ाएं : कोरोना के मरीजों में अन्य कोई लक्षण के भी यह लक्षण महसूस हो रहा है जिसे आप घर में मौजूद चीजों से ठीक कर सकते हैं

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ठळक मुद्देएक्सपर्ट्स इस लक्षण को गंभीर मान रहे हैं कोरोना के लक्षणों को घर की चीजों से ठीक किया जा सकता हैइन चीजों के सेवन से स्वाद की क्षमता में भी होता है सुधार

हाल के एक अध्ययन में, सर्जरी के दौरान मरीजों की नाक से निकाले गए टिश्यू का अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं का मानना है कि उन्होंने इस कारण का पता लगाया होगा कि कोरोना के अधिकतर मरीजों में गंध यानी सूंघने की क्षमता क्यों प्रभावित हो रही है। बेशक उन्हें अन्य कोई लक्षण महसूस न हो लेकिन यह लक्षण क्यों महसूस होता है।

कोविड-19 से पीड़ित लोगों में गंध या सूंघने की क्षमता प्रभावित होती है, यह जानने के लिए एक प्रयोग में, शोधकर्ताओं ने एंजियोटेंसिन-कंवर्टिंग एंजाइम II (ACE-2) के अत्यधिक उच्च स्तर को केवल गंध के लिए जिम्मेदार नाक के क्षेत्र में पाया है। इस एंजाइम को 'प्रवेश बिंदु' माना जाता है जो कोरोना वायरस को शरीर की कोशिकाओं में जाने देता है और संक्रमण का कारण बनता है।

यह अध्ययन यूरोपीय रेस्पिरेटरी जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इससे पता चलता है कि कोविड-19 इतना संक्रामक क्यों है। इससे समझने में मदद मिलती है कि शरीर के इस हिस्से के प्रभावित होने पर अधिक प्रभावी उपचार की जरूरत है।

सूंघने की क्षमता के लिए घरेलू उपचार

लहसुनलहसुन में सक्रिय घटक ricinoleic एसिड होता है जो एक शक्तिशाली एंटी इंफ्लेमेटरी तात्क होता है, जो नाक के मार्ग के भीतर सूजन को कम करता है। इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण नाक मार्ग से जमा कफ को साफ करने का काम करते हैं। और नाक के मार्ग को चौड़ा करके श्वास को आसान बनाती है। इसके लिए 4-5 लहसुन की लौंग को कुचलें और उन्हें एक कप उबले पानी में मिक्स कर दें। इसे दो मिनट के लिए उबाल लें और एक चुटकी नमक जोड़ें। बेहतर परिणाम के लिए दिन में दो बार ऐसा करें।

नींबूनींबू में विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट और मजबूत एंटी-माइक्रोबियल गुणों की प्रचुरता संक्रमण के इलाज में उच्च महत्व रखती है, जिसके कारण नाक के मार्ग में अत्यधिक श्लेष्म जमा होता है, जिसके बाद नाक बंद या बहती है। एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस निचोड़ें और एक चम्मच शहद मिलाएं और इस नींबू की चाय को दिन में दो बार पीने से गले और नाक की बेचैनी से राहत मिलती है।

अरंडी का तेल अरंडी के बीज से प्राप्त तेल एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो नाक के जंतु के विकास को बाधित करते हैं। यह खांसी और सर्दी के कारण होने वाली सूजन जैसे लक्षणों को कम करने में बेहद प्रभावी है और गंध की भावना को फिर से बनाने में मदद करता है। गर्म अरंडी के तेल की एक बूंद नासिका उपचार के लिए इस्तेमाल करें। बेहतर परिणाम के लिए सुबह और रात को सोने से पहले दिन में दो बार इसका इस्तेमाल करें।

पुदीने की पत्तियां पुदीने के पत्तों में जैव-सक्रिय घटक मेन्थॉल एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो खांसी और फ्लू के लक्षणों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो नाक, गले और छाती की गुहा की बेचैनी का कारण बनता है। इसके लिए एक कप पानी में 10-15 पुदीने की पत्तियां उबालें। नाक खोलने और गंध की भावना को बेहतर करने के लिए इसमें एक चम्मच शहद डालकर पियें।

अदरकअदरक में जिंजरोल नामका एक सक्रिय घटक होता है, जो गंध की भावना को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें शक्तिशाली एंटी-माइक्रोबियल और दर्द निवारक गुण होते हैं, जो नाक मार्ग में संक्रमण का इलाज करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप अदरक की चाय पी सकते हैं या इसकी गंध को बढ़ाने के लिए इसका एक छोटा टुकड़ा चबा सकते हैं।

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