कोरोना संकट में किसी वरदान से कम नहीं ये खास हर्बल स्प्रे, जकड़न, सांस लेने की समस्या से दिलाएगा छुटकारा
By भाषा | Updated: April 24, 2020 15:55 IST2020-04-24T15:45:10+5:302020-04-24T15:55:40+5:30
Coronavirus precaution Tips and Remedies: लंबे समय तक मास्क पहनने वाले लोगों को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा

कोरोना संकट में किसी वरदान से कम नहीं ये खास हर्बल स्प्रे, जकड़न, सांस लेने की समस्या से दिलाएगा छुटकारा
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई राज्यों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। लेकिन लंबे समय तक मास्क पहनने से लोगों को सांस की कमी और जकड़न जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस और ऐसे ही लगातार कार्य कर रहे अन्य लोगों को लंबे समय तक मास्क पहनने से दम घुटना जैसी परेशानियां हो रही हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने एक हर्बल स्प्रे तैयार किया है। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) के वैज्ञानिकों ने हर्बल स्प्रे तैयार किया है और शुरूआती उपयोग में इसके नतीजे शानदार बताये जाते हैं। लंबे समय तक मास्क पहनने वालों को इससे आराम पहुंचने का दावा किया गया है।
एनबीआरआई के वरिष्ठ प्रमुख वैज्ञानिक डा. शरद श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी है। डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस और ऐसे ही लगातार कार्य कर रहे अन्य लोगों को लंबे समय तक मास्क लगाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को मास्क की वजह से घुटन की दिक्कत पेश आ रही है, उनके लिए यह हर्बल स्प्रे कारगर साबित होगा। जकड़न और सांस लेने की शिकायत को यह दूर करता है।
श्रीवास्तव ने बताया कि इस स्प्रे से लंबे समय तक मास्क पहनने में समस्या नहीं होगी और घुटन भी दूर हो जाएगी। उन्होंने दावा किया कि स्प्रे पूरी तरह सुरक्षित है क्योंकि इसे सुगंध एवं औषधीय पौधों से बनाया गया है।
श्रीवास्तव के मुताबिक इसका मास्क पर उपयोग करने से नाक और श्वसन तंत्र पूरी तरह खुल जाता है और सांस लेने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती। श्रीवास्तव ने बताया कि आयुष मंत्रालय के नये दिशानिर्देशों के तहत ही इस स्प्रे को तैयार किया गया है और जल्द ही इसकी प्रौद्योगिकी का स्थानांतरण किया जाएगा।
कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसकी चपेट में अब तक 27 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं। चीन से महामारी बनाकर निकले इस वायरस से लगभग दो लाख लोगों की मौत हो गई है और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारत में इस वायरस से 23 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और करीब 722 लोगों की मौत हुई है।