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कोरोना का नया वैरिएंट मिला, सिर्फ तीन दिनों में लक्षणों को बना रहा गंभीर, जानिये इसके बारे में सब कुछ

By उस्मान | Updated: May 4, 2021 14:32 IST

बताया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश में मिलने वाला यह वैरिएंट B1.617, 618 से ज्यादा हो सकता है मजबूत

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ठळक मुद्देB1.617, 618 से ज्यादा हो सकता है मजबूतकोरोना का यह नया रूप तेजी से फ़ैल सकता हैविशाखापट्टनम समेत कई शहरों में दिख रहा इसका असर

कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों और मृतकों की संख्या का आंकड़ा आसमान छू रहा है। इस बीच सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) को कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का पता चला है। 

क्या है कोरोना वायरस का नया वैरिएंट

द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, इस नए वैरिएंट का नाम  N440K है। बताया जा रहा है कि कोरोना के इस नए रूप की वजह से विशाखापट्टनम और राज्य के अन्य हिस्सों में कहर बना रहा है। 

मौजूद स्ट्रेन बी 1.617' और 'बी 1.618' से मजबूत

विशेषज्ञों का कहना है कि इस नए वैरिएंट को एपी स्ट्रेन (AP strain) के रूप में जाना जाता है। इसका पहली बार कुर्नूल में पता चला था और यह पहले वाले की तुलना में कम से कम 15 गुना अधिक वायरल है। यह भी माना जा रहा है कि यह भारतीय वेरिएंट 'बी 1.617' और 'बी 1.618' से भी अधिक मजबूत हो सकता है।

जिला कलेक्टर वी. विनय चंद ने कहा कि इसके नमूनों को विश्लेषण के लिए CCMB भेजा गया है। लेकिन एक बात निश्चित है कि वर्तमान में जो वैरिएंट विशाखापट्टनम में है, यह उससे काफी अलग है।

तेजी से फैलने की क्षमता

यह वायरस कितना खतरनाक है, इस बारे में पुष्टि करते हुए जिला कोविड अधिकारी और आंध्र मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पी।वी। सुधाकर ने कहा, 'हमने देखा है कि नए वैरिएंट का इन्क्यूबेशन पीरियड कम है और रोग की प्रगति बहुत तेज है। 

तीन दिनों में बुरी हो जाती है हालत

उन्होंने कहा कि पहले के मामलों में वायरस से प्रभावित एक मरीज को हाइपोक्सिया या डिस्पेनिया चरण तक पहुंचने में कम से कम एक सप्ताह लगता था। लेकिन वर्तमान में मरीज तीन या चार दिनों के भीतर गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि ऑक्सीजन या आईसीयू बेड के लिए भारी दबाव है।

भारत में कोविड-19 के मामले दो करोड़ के पार

भारत में कोविड-19 के मामले दो करोड़ का आंकड़ा पार कर गए हैं और महज 15 दिनों में संक्रमण के 50 लाख से अधिक मामले आए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के एक दिन में 3,57,229 नए मामले आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 2,02,82,833 पर पहुंच गए जबकि 3,449 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 2,22,408 पर पहुंच गई है।

भारत में कोविड-19 के मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे जिसके 107 दिन बाद पांच अप्रैल को संक्रमण के मामले 1.25 करोड़ पर पहुंच गए। हालांकि महामारी के मामलों को 1.50 करोड़ का आंकड़ा पार करने में महज 15 दिन लगे।

सुबह आठ बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 34,47,133 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 17 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की दर 81.91 प्रतिशत है।

आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या 1,66,13,292 पर पहुंच गई है जबकि मृत्यु दर 1.10 प्रतिशत है।

भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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