60 दिनों में 3286 लोगों की जान लेकर ऐसे Corona से COVID-19 बन गया मौत का ये वायरस
By उस्मान | Published: March 5, 2020 12:33 PM2020-03-05T12:33:56+5:302020-03-05T12:33:56+5:30
कहां से आया कोरोना वायरस, इसका नाम कोरोना कैसे पड़ा, इसका नाम क्यों बदला गया, कितने लोगों की जान ले चुका और इससे कैसे बचें, जानें सब कुछ
पहले कोरोना वायरस फिर नोवल कोरोना वायरस और फिर कोविड-19। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए मौत के इस वायरस के पिछले दो महीनों में तीन बार नाम बदल चुके हैं। कई लोगों के दिमाग में सवाल है कि कोरोना का नाम कहां से आया, इसका नाम कोविड-19 कैसे पड़ गया, क्या यह वायरस कोई बीमारी बन गई है? चलिए जानते हैं कोरोना वायरस से जुड़े ऐसे तमाम सवालों के जवाब।
WHO के अनुसार, कोरोना वायरस का नाम पहले नोवल कोरोना वायरस (Nnovel Coronavirus-2019) था। बाद में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इस वायरस को महामारी घोषित करते हुए इसका नाम कोविड-19 (COVID-19) नाम दिया जिसका मतलब है कोरोना वायरस डिजीज। दरअसल यह एक वायरस है जो सेवर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) परिवार का है इसलिए इस वायरस का नाम (SARS-CoV-2) है।
वायरस और डिजीज का अंतर समझें
वायरस और उनके कारण होने वाले रोगों के अक्सर अलग-अलग नाम होते हैं। उदाहरण के लिए, एचआईवी वह वायरस है जो एड्स का कारण बनता है। इसी तरह लोग लोग खसरा बीमारी का नाम जानते हैं लेकिन इसका वायरस रुबेला होता है। वायरस और बीमारियों के नामकरण के लिए अलग-अलग प्रक्रियाएं और उद्देश्य हैं।
ऐसे तय होता है वायरस का नाम
जांच, टीकों और दवाओं के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए वायरस का नाम उनके आनुवंशिक संरचना के आधार पर रखा गया है। वायरोलॉजिस्ट और वैज्ञानिक इस काम को करते हैं, इसलिए वायरस का नाम इंटरनेशनल कमिटी ऑन टैक्सोनॉमी ऑफ वायरस (ICTV) द्वारा रखा गया है।
ऐसे तय होता है बीमारी का नाम
रोगों को बीमारी की रोकथाम, प्रसार, प्रसार, गंभीरता और उपचार पर चर्चा को सक्षम करने के लिए नामित किया जाता है। मानव रोग की तैयारी और प्रतिक्रिया डब्ल्यूएचओ की भूमिका है, इसलिए रोगों को आधिकारिक तौर पर डब्ल्यूएचओ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण (आईसीडी) में नामित किया जाता है।
कोरोना वायरस ऐसे बन गई बीमारी
ICTV ने 11 फरवरी, 2020 को नए वायरस (SARS-CoV-2) के नाम की की घोषणा की। इस नाम को इसलिए चुना गया क्योंकि वायरस आनुवंशिक रूप से 2003 के SARS प्रकोप के लिए जिम्मेदार कोरोनो वायरस से संबंधित है।
डब्ल्यूएचओ ने 11 फरवरी, 2020 को इस नई बीमारी के नाम के रूप में 'COVID-19' की घोषणा की, जो पहले विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (OIE) और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के साथ विकसित दिशा-निर्देशों के बाद हुई थी। डब्ल्यूएचओ और आईसीटीवी वायरस और बीमारी दोनों के नामकरण के बारे में विचार किया था।
चीन में इस वायरस से 31 और लोगों की मौत हो गई हैं। इसके बाद मरने वालों की संख्या 3000 के पार पहुंच गई है। वहीं कुल पुष्ट मामलों की संख्या 80,400 से ज्यादा है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चौकसी में किसी भी तरह की कमी नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि संक्रमण से सबसे बुरी तरह से प्रभावित वुहान में सकारात्मक प्रगति के बावजूद स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।