Covid latest update: देश में कोरोना से 1.55 लाख मौत, मार्च से बुजुर्गो को लगेगा टीका, जानें कोरोना का पूरा अपडेट
By उस्मान | Published: February 10, 2021 04:50 PM2021-02-10T16:50:31+5:302021-02-10T16:50:31+5:30
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोविड वायरस चीन की लैब से नहीं निकला होगा
भारत में एक दिन में कोविड-19 के मामले बढ़कर 1,08,58,371 हो गए। मृतक संख्या बढ़कर 1,55,252 हो गई। देश में 1,05,61,608 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही संक्रमण से ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 97.27 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.43 प्रतिशत है।
देश में अभी 1,41,511 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.30 प्रतिशत है। आईसीएमआर के अनुसार, नौ फरवरी तक 20,33,24,655 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई।
मार्च से 50 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों को टीका
सरकार ने 50 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान मार्च से शुरू करने का फैसला लिया है. अब तक टीका नहीं लगवा सके कोरोना योद्धाओं को अब मार्च में टीका लगवाना होगा।
केन्द्र ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे कोरोना योद्धाओं के लिए पहले चरण का टीकाकरण छह मार्च तक पूरा कर लें। यह देखना दिलचस्प होगा कि बुजुर्गों को टीका मुफ्त लगेगा या नहीं.
अब तक 65.28 लाभार्थियों को लगे टीके
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के 25वें दिन तक टीका लगवाने वालों की संख्या 65.28 लाख हो गयी है। एक अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार कुल 65,28,210 स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीके लगे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत सबसे तेज गति से सिर्फ 24 दिनों में 60 लाख लाभार्थियों को टीका लगाने वाला देश बन गया.
चीन की प्रयोगशाला से नहीं फैला कोरोना
कोविड-19 की उत्पत्ति की छानबीन कर रहे अंतरराष्ट्रीय एवं चीनी वैज्ञानिकों की एक टीम ने इस वायरस के एक चीनी प्रयोगशाला से फैलने की संभावना जताने वाले सिद्धांत को खारिज कर दिया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के खाद्य सुरक्षा एवं जंतु रोग विशेषज्ञ पीटर बेन एम्बारेक ने मध्य चीन के शहर वुहान में कोरोना वायरस के संभावित तौर पर उत्पन्न होने के विषय की वैज्ञानिकों की टीम द्वारा की गई जांच के संपन्न होने पर एक आकलन में यह कहा।
गौरतलब है कि विश्व में वुहान में ही दिसंबर 2019 में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामना आया था। एम्बारेक ने कहा, 'जांच के हमारे शुरुआती नतीजों में यह पता चला है कि किसी रोगाणु वाहक प्रजाति (जंतु) के माध्यम से इस (वायरस) ने मानव शरीर में प्रवेश किया होगा तथा इस पर और अधिक लक्षित अध्ययन किये जाने की जरूरत है।'
उन्होंने कहा, 'हालांकि, नतीजों से पता चलता है कि प्रयोगशाला की घटनाओं को मानव आबादी में वायरस के फैलने के लिए जिम्मेदार ठहराने की संभावना बहुत कम है।'
नए कोरोना पर प्रभावी है फाइजर का टीका
अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर और जर्मन जैवप्रौद्योगिकी कंपनी बायोएनटेक द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित कोविड-19 टीका, कोरोना वायरस के उस नए प्रकार से सुरक्षा दे सकता है जो पहले ब्रिटेन और फिर दक्षिण अफ्रीका में पाया गया। एक नए अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है।
कोविड-19 से जल्द ठीक कर सकती है प्रायोगिक दवा
वैज्ञानिकों ने पाया है एक प्रायोगिक '' एंटीवायरल '' दवाई कोविड-19 के उन मरीजों के ठीक होने की रफ्तार बढ़ा सकती है जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है। इससे कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के बेहतर इलाज में मदद मिल सकती है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)