COVID-19: CDC का दावा, वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों को कोरोना से मौत का खतरा 11 गुना ज्यादा
By उस्मान | Published: September 13, 2021 11:01 AM2021-09-13T11:01:31+5:302021-09-13T11:04:11+5:30
अध्ययनों में यह पाया गया कि टीका नहीं लगवाने वालों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा घातक और गंभीर परिणाम देखे जा सकते है
दुनियाभर में कोविड को लेकर किए जा रहे रिसर्च वर्क में कोरोना वायरस से मुकाबले में वैक्सीन को कारगर माना गया हैं। वैक्सीन लगने से न सिर्फ गंभीर संक्रमण बल्कि मौत का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। यह बात कई अध्ययनों में सामने आ चुकी है।
अब स्वास्थ्य पर निगरानी रखने वाली अमेरिकी एजेंसी सेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने तीन अध्ययनों के नतीजों को जारी कर कोरोना के खिलाफ टीका लगवाने पर जोर दिया है।
सीडीसी के अध्ययनों में यह पाया गया कि टीका नहीं लगवाने वालों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा घातक और गंभीर परिणाम देखे जा सकते है। वैक्सीन नहीं लगवाए हुए लोगों में मौत का खतरा भी 11 गुना बढ़ सकता है।
इन अध्ययनों के लिए अप्रैल से जुलाई 2021 के बीच 13 अमेरिकी राज्यों से आंकड़े जुटाए गए। इस दौरान करीब 5 लाख 70 हजार कोरोना संक्रमण ऐसे लोगों में पाया गया जिन्होंने वैक्सीनेशन नहीं करवाया था। यह इस दौरान मिले कुल केसेस की संख्या का 92 प्रतिशत भाग है।
इसके साथ ही अप्रैल से जुलाई के बीच बिना वैक्सीन लगाए लोगों में करीब 35 हजार लोग अस्पताल में भर्ती करवाए गए। जबकि इन चार महिनों में अमेरिका में कोविड से हुई मौतों का 91 प्रतिशत हिस्सा यानि करीब 6 हजार ऐसे लोगों की मौत हुई जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी।
टीकाकरण नहीं करवाए लोगों में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम दस गुना ज्यादा पाया गया। जबकि मौत का खतरा 11 गुना अधिक पाया गया। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कहर के बावजूद वैक्सीन काफी प्रभावी पाई गई हैं।
वैक्सीन लगने से 65 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों को अस्पताल में भर्ती करने का खतरा 80 फीसद तक कम पाया गया। जबकि 18 से 64 वर्ष के उम्र वालों में यह खतरा 95 फीसद तक कम मिला। सीडीसी की निदेशक रोशेल वालेंस्की ने बताया कि, 'एक के बाद एक कई अध्ययनों से साबित होता है कि वैक्सीन काम कर रही हैं।
कोरोना वैक्सीनेशन में भारत हर दिन एक नई उपलब्धि हासिल कर रहा है। रविवार तक देश भर में कुल वैक्सीनेशन कवरेज 74 करोड़ के पार निकल गया। अब देश में 6 ऐसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं, जहां 100% पात्र आबादी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है।
इनमें गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, सिक्किम, लक्षद्वीप, दादरा-नगर हवेली और दमन-दीव शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी।
कोविन पोर्टल पर दिए डेटा के मुताबिक देश भर में कुल लगे डोज की संख्या 74.29 करोड़ हो गई है। इनमें 56.51 को पहला और 17.77 करोड़ आबादी को दूसरा डोज लग चुका है।
भारत में टीकाकरण कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू किया गया था। तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा आबादी को जल्द वैक्सीनेट करने पर है।