भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद चलेगा जागरूकता अभियान
By भाषा | Updated: January 31, 2020 11:00 IST2020-01-31T11:00:25+5:302020-01-31T11:00:25+5:30
संक्रमण की आशंका वाले पीड़ितों की पहचान के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा

भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद चलेगा जागरूकता अभियान
केरल में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के. के. शैलजा ने यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उच्च स्तरीय बैठक की। कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए मरीज को अलग वार्ड में रखा गया है। शैलजा ने कहा कि संक्रमण की आशंका वाले पीड़ितों की पहचान के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अधिकारियों को सतर्क कर दिया है।
मंत्री ने कहा, ‘‘ वुहान विश्वविद्यालय की मेडिकल की छात्रा की हालत स्थिर है, जिसके वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। उसे अभी जनरल अस्पताल में अलग से रखा गया है। मेडिकल कॉलेज में सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘ हमें लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। कोई भी फर्जी खबर फैलाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम हर दिन उच्च स्तरीय बैठक करेंगे और नयी जानकारी के साथ मेडिकल बुलेटिन जारी करेंगे।’’
शैलजा ने से कहा था, ‘‘चीन से लौटे चार छात्रों में से एक को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। कुल 20 नमूने पुणे के ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी’ में भेजे गए थे जिनमें से 10 नमूने नकारात्मक पाए गए लेकिन इनमें से एक संक्रमित पाया गया।’’
WHO ने Coronavirus को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में फैले नोवल वायरस (Noval Coronavirus) को अंतरराष्ट्रीय आपात स्थिति घोषित कर दिया है। ऐसा दुलर्भ ही होता है जब ऐसी घोषणा की जाती है। आपात स्थिति घोषित होने के बाद इस बीमारी से निपटने के मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों की बीच आपसी सहयोग में सुधार होगा।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया कि बृहस्पतिवार तक इस संक्रमण से 213 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि 31 प्रातों में इस वायरस की वजह से निमोनिया के 9,692 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
कोरोना वायरस के सामान्य संकेत और लक्षण
कोरोना वायरस के सामान्य संकेत और लक्षणों में श्वसन संबंधी लक्षण, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना आदि शामिल हैं। अधिक गंभीर मामलों में, संक्रमण से निमोनिया, सेवेर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम, किडनी फेलियर यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार, संक्रमण को रोकने के मानकों में नियमित रूप से हाथ धोना, खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढंकना, मांस और अंडे को अच्छी तरह से पकाना शामिल है। खांसी-जुकाम और सांस की बीमारी के लक्षण दिखाने वाले किसी भी व्यक्ति के पास जाने से बचें।
कोरोना वायरस से बचने के उपाय
खांसने, छीकने, बीमारी व्यक्ति को हाथ लगाने, खाना बनाते समय, कूड़ा उठाने, खाने के बाद, बाहर से आने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से धोयें
छींकते और खांसते समय अपने मुंह और नाक को कवर रखें
इस्तेमाल किये गए टिश्यू को बंद कूड़ेदान में फेंकें
छींकते या खांसते समय अपनी आस्तीन को ऊपर रखें
फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित लोगों के पास जाने से बचें
मीट और अंडे को अच्छी तरह पकाकर खायें
मीट काटने के लिए हर बार चाकू को अच्छी तरह धोकर यूज करें
कच्चे मीट को हाथ में पकड़ने के बाद भी हाथ को अच्छी तरह धोयें
बीमार पशु का मीट खाने से बचें
किसी भी तरह के पशु उत्पाद को हाथ लगाने के बाद हाथों को धोयें
मोहल्ले के किसी भी पालतू या आवारा पशु से दूर रहें
बुखार और खांसी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के पास जाने से बचें
यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो जल्दी से चिकित्सक के पास जायें
जानवरों और फार्म में काम करने वाले लोगों से दूर रहें
कच्चे या अधपके पशु उत्पादों के सेवन से बचें
अपने घर में दिन में कम से कम दो बार पोंछा लगायें
सफाई के दौरान हाथों में ग्लव्स पहनें
