COVID symptoms: 50% तक बढ़ गए हैं पेट से जुड़े कोरोना के लक्षण, ये 5 लक्षण महसूस होते ही तुरंत जांच कराएं

By उस्मान | Published: March 27, 2021 04:43 PM2021-03-27T16:43:28+5:302021-03-27T22:32:23+5:30

कोरोना के लक्षण तेजी से बदल रहे हैं आपको इन पर नजर रखनी चाहिए

Coronavirus g gastrointestinal symptoms in Hindi: doctors says gastro symptoms could be COVID-19 | COVID symptoms: 50% तक बढ़ गए हैं पेट से जुड़े कोरोना के लक्षण, ये 5 लक्षण महसूस होते ही तुरंत जांच कराएं

कोरोना के लक्षण

Highlightsकोरोना के लक्षण तेजी से बदल रहे हैं पेट के लक्षण अब पहले से ज्यादा बढ़े पेट की समस्याओं को हल्के में न लें

कोरोना वायरस के लक्षण अब बुखार, थकाना या खांसी नहीं रहे गए हैं। अब इसके लक्षण तेजी से बदल रहे हैं। यह सिर्फ फेफड़ों को नहीं शरीर के अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। कोरोना के अन्य रूप आने के बाद लक्षण और ज्यादा बढ़ गए हैं। 

कोरोना के ऐसे कई नए लक्षण हैं जिनमें कई रोगियों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी देखे जा रहे हैं। हालांकि पहली लहर के दौरान डायरिया और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) लक्षण देखे गए थे, लेकिन इस बार, ऐसी शिकायतों की रिपोर्ट करने वाले रोगियों की संख्या काफी अधिक है।

कोरोना में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के लक्षण

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में डॉक्टरों ने बताया है कि उन्हें मरीजों में ढीले मल, पेट की परेशानी जैसे लक्षण दिख रहे हैं। पहले यह लक्षण लक्षण लगभग 2 प्रतिशत रोगियों को देखा था, लेकिन अब यह संख्या 50 प्रतिशत हो गई है।

डॉक्टरों का मानना है कि जिन लोगों में जीआई लक्षण विकसित जोते हैं उन्हें कोरोना लंबे समय तक प्रभावित कर सकता है। जठरांत्र संबंधी लक्षण पाने वाले कोविड रोगियों में आंत में अधिक वायरस होता है। एसीई 2 रिसेप्टर्स की संख्या उनकी आंत में ज्यादा होती है जिससे आंत के म्यूकोसा पर संभावित रूप से अधिक नुकसान होता है।

अगर आपको पेट से जुड़े लक्षण जैसे ब्लोटिंग, ज्यादा गैस बनना, कब्ज, दस्त, पेट में जलन, मतली उल्टी या पेट में दर्द जैसे लक्षण महसूस होते हैं तो आपको तुरंत कोरोना की जांच करानी चाहिए।

शुरुआत में कोरोना वायरस मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता था। लेकिन, पिछले एक साल में, दुनिया भर के डॉक्टरों ने बताया है कि यह पाचन तंत्र सहित कई अंगों को प्रभावित करता है। 

अक्टूबर में यूके में किए गए एक अध्ययन ने सुझाव दिया कि पाचन तंत्र का कोई भी हिस्सा वायरस से प्रभावित हो सकता है और पहले से मौजूद बीमारियों वाले लोगों को प्रतिकूल परिणामों का सबसे बड़ा खतरा होता है। 

यह भी पाया गया कि वायरस के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाएं कोरोना से संबंधित गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों को बढ़ा सकती हैं लीवर को प्रभावित कर सकती हैं।

आंतों को ब्लॉक कर सकता है कोरोना

कोरोना के मरीजों में कोरोना वायरस के नए और असामान्य लक्षण पाए हैं, जो श्वसन तंत्र से बिल्कुल भी संबंधित नहीं हैं। मल पास नहीं होने की समस्या को अब तक कब्ज समझा जा रहा था लेकिन यह समस्या आंतों में ब्लॉकेज होने की वजह से भी हो सकती है।

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, सर्जन डॉक्टर मुफ़ज़ल लकड़ावाला ने हाल ही में कोरोना के चार ऐसे मामलों का सामना किया जहां रोगियों को आंतों की रुकावट यानी आंतों में ब्लॉकेज थी। इसकी वजह से मरीज को मल पास करने में परेशानी हो रही थी। आंतों में ब्लॉकेज होने की वजह से छोटी या बड़ी आंत से भोजन या तरल पदार्थ पास नहीं हो रहे थे। यह सभी कोरोना पॉजिटिव थे।

डॉक्टर के अनुसार, कोरोना वायरस के नए रूप अलग-अलग गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण दिखा रहे हैं जैसे कि दस्त, पेट में दर्द और यहां तक कि आंतों में रुकावट होना। उन्होंने कहा कि डॉक्टर दस्त को बार-बार होने वाले लक्षण के रूप में देख रहे हैं। लेकिन चार मामलों में से एक 37 वर्षीय व्यक्ति हल्के पेट दर्द और मल पास करने में असमर्थता की शिकायत लेकर आया था।  

Web Title: Coronavirus g gastrointestinal symptoms in Hindi: doctors says gastro symptoms could be COVID-19

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