COVID latest update: देश में कोरोना से 1.56 लाख से ज्यादा मौत, टीकाकरण में निजी अस्पताल भी होंगे शामिल, जानें कोरोना का पूरा अपडेट
By उस्मान | Published: February 24, 2021 01:24 PM2021-02-24T13:24:15+5:302021-02-24T13:24:15+5:30
महाराष्ट्र में अचानक कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं, दिल्ली आने वाले लोगों को देनी होगी रिपोर्ट
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 13,742 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,10,30,176 हो गई। इनमें से 1,07,26,702 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 104 और लोगों की मौत हुई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 1,56,567 हो गई।
आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,07,26,702 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के बाद देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 97.25 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है। देश में अभी 1,46,907 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.33 प्रतिशत है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 23 फरवरी तक 21,30,36,275 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 8,05,844 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
पांच राज्यों से दिल्ली आने वाले लोगों को दिखानी होगी जांच रिपोर्ट
महाराष्ट्र, केरल और पंजाब समेत पांच राज्यों से आने वाले लोगों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से पहले कोविड-19 की ‘निगेटिव’ जांच रिपोर्ट दिखानी होगी। इस बाबत एक आधिकारिक आदेश आज जारी किया जाएगा और यह 15 मार्च तक प्रभावी रहेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले बढ़ रहे हैं। केरल में पहले की तुलना में संक्रमण के मामले घट रहे हैं लेकिन अब भी संक्रमण के ज्यादा मामले आ रहे हैं।
टीकाकरण के लिए निजी अस्पतालों का उपयोग
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण की गति को बढाने के लिए और निजी अस्पतालों का उपयोग किया जायेगा।
देश भर के दस हजार अस्पतालों में कोविड-19 टीकाकरण किया जा जा रहा है और इनमें से दो हजार निजी अस्पताल हैं। टीकाकरण के लिए एक दिन में करीब दस हजार अस्पतालों का इस्तेमाल किया जा रहा है। आने वाले दिनों में टीकाकरण की गति एवं इसके कवरेज को बढ़ाने के लिये और अधिक निजी अस्पतालों का इस्तेमाल किया जायेगा।
टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिख कर कोविड-19 टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने पर जोर दिया है। साथ ही, मंत्रालय ने इस बात का जिक्र किया है कि काफी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीका लगाया जाना अभी भी बाकी है।
टीकाकरण, उचित दूरी के पालन से थमेगा कोरोना
व्यापक टीकाकरण कार्यक्रम और उचित दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए तो लोगों की आवाजाही पर बड़े पैमाने पर प्रतिबंध लगाए बिना कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को रोका जा सकता है।
शोध पत्रिका ‘ह्यूमन बिहेव्यर’ में प्रकाशित अध्ययन से नीति निर्माताओं और लोक स्वास्थ्य पदाधिकारियों को समय पर कोविड-19 की रोकथाम संबंधी कदम उठाने में मदद मिल सकती है। अ
ध्ययन में चीन में मोबाइल फोन के भूस्थानिक डाटा और कोरोना वायरस के मामलों के साथ, संक्रमण के प्रसार को लेकर टीकाकरण के संभावित असर और उचित दूरी के नियमों के पालन के मॉडल पर गौर किया गया।
शोधकर्ताओं ने कहा कि भविष्य में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी रोकथाम उपाय, आबादी के घनत्व और क्षेत्र में टीकाकरण की उपलब्धता पर निर्भर करेगी। उन्होंने संक्रमण के मामलों के संबंध में सभी पहलुओं पर गौर किया।
शोधकर्ताओं ने कहा कि ‘हर्ड इम्युनिटी’ तक पहुंचने से पहले संक्रमण के मामलों में वृद्धि रोकने के लिए मध्यम और ज्यादा आबादी वाले शहरों में टीकाकरण और उचित दूरी का पालन करने की जरूरत होगी।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)