लड़का हो या लड़की दोनों के गुप्तांगों को खराब कर सकता है ये रोग, यह हैं इसके लक्षण

By उस्मान | Published: July 15, 2018 10:50 AM2018-07-15T10:50:29+5:302018-07-15T10:50:29+5:30

बार-बार पेशाब का आना, छींकने या खांसते समय थोड़ा सा पेशाब आना, बुखार, चक्कर आना, उल्टी होना, पेट में हल्का दर्द, पेशाब के रंग का बदलना और पेशाब करते वक्त जलन महसूस करना इसके आम लक्षण हैं।

causes, symptoms and preventive measure of uti | लड़का हो या लड़की दोनों के गुप्तांगों को खराब कर सकता है ये रोग, यह हैं इसके लक्षण

लड़का हो या लड़की दोनों के गुप्तांगों को खराब कर सकता है ये रोग, यह हैं इसके लक्षण

मूत्र मार्ग में संक्रमण या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) गुप्तांगों में होने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी समस्या है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाई जाती है। कुछ स्वास्थ्य अवस्था जैसे डायबिटीज, मासिक धर्म का बंद होने या फिर गर्भावस्था के दौरान यह संक्रमण हो सकता है। आमतौर पर इसके इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या लोअर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज भी हो सकता है क्या? क्या अपर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन पीड़ित व्यक्ति को मेडिकल इलाज की जरूरत है? आपको इस बीमारी का कैसे पता चलेगा? जर्नल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी आपको यूटीआई से जुड़े ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब दे रहे हैं। 

मूत्र मार्ग में संक्रमण (यूटीआई) क्या है?

मूत्र मार्ग में संक्रमण या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) गुप्तांगों में होने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी समस्या है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाई जाती है। कुछ स्वास्थ्य अवस्था जैसे डायबिटीज, मासिक धर्म का बंद होने या फिर गर्भावस्था के दौरान यह संक्रमण हो सकता है। आमतौर पर यह मूत्र मार्ग में जीवाणु के आक्रमण से होता है। यह सेक्स के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे को होता है। ऐसा माना जाता हैं कि ज्यादा देर तक पेशाब को रोके रहने से भी यह संक्रमण हो सकता है। बार-बार पेशाब का आना, छींकने या खांसते समय थोड़ा सा पेशाब आना, बुखार, चक्कर आना, उल्टी होना, पेट में हल्का दर्द, पेशाब के रंग का बदलना और पेशाब करते वक्त जलन महसूस करना इसके आम लक्षण हैं।

इन चीजों को नहीं खाने से होती है सफेद बाल, मुंह पर दाने, होंठ फटने की समस्या, ऐसे मिलेगा छुटकारा

यूटीआई का इलाज कैसे किया जाता है?

लोअर यूटीआई आमतौर पर किसी भी स्वास्थ्य समस्या का कारण नहीं बनता है। और इसलिए इसके इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार ओरल एंटीबायोटिक्स खाना बेहतर होता है। इसके अलावा डॉक्टर आपको ओरल फ्लूइड्स की सलाह दे सकता है। वैसे आपको डॉक्टर को यह भी बताना चाहिए कि आप किसी लीवर या हार्ट से जुड़ी समस्या से पीड़ित नहीं हैं, क्योंकि इससे स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है। पेट दर्द से राहत पाने के लिए आप पैन किलर ले सकते हैं लेकिन पहले डॉक्टर से सलाह ले लें। वैसे आमतौर पर आपको पैनकिलर लेने से बचना चाहिए क्योंकि इनका ज्यादा सेवन किडनियों पर बुरा असर डाल सकता है। लोअर यूटीआई के लक्षणों में पेशाब के समय जलन होना, पेशाब का रंग बदलना, पेशाब करने में परेशानी, पेशाब में बदबू आना या खून आना शामिल हैं। कुछ मामलों में पेट में दर्द और पीठ दर्द भी हो सकते हैं।

डायबिटीज, एनीमिया, मुंहासे का रामबाण इलाज है 10 रुपये किलो मिलने वाले ये हरी सब्जी  

जहां तक अपर यूटीआई का सवाल है, तो इसे एंटीबायोटिक्स और पैन किलर से सही किया जा सकता है। हालांकि कई मामलों में रोगी को भारती होना पड़ सकता है और लंबे समय तक दवाएं चल सकती हैं। अपर यूटीआई के लक्षणों में ठंड लगने के साथ तेज बुखार होना, उल्टी, पेट के निचने हिस्से में दर्द होना, ऊपरी पीठ में दर्द होना या पेट के साइड में दर्द होना आदि शामिल हैं। इन लक्षणों का मतलब यह है कि इन्फेक्शन किडनी तक फैल गया है। समय पर इलाज कराने से आपको इन लक्षणों से राहत मिल सकती है और इन्फेक्शन को फैलने से रोका जा सकता है। दुर्लभ मामलों में यूटीआई से किडनी फेलियर का भी खतरा होता है। 

(फोटो- पिक्साबे) 

Web Title: causes, symptoms and preventive measure of uti

स्वास्थ्य से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे