Bird flu: देश में बर्ड फ्लू का खतरा, मुर्गे-मुर्गियों को मारना शुरू, जानिये लक्षण और बचने के उपाय
By उस्मान | Published: January 6, 2021 04:03 PM2021-01-06T16:03:33+5:302021-01-06T16:26:59+5:30
बर्ड फ्लू से कैसे बचें : जानिये बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए आपको क्या करना चाहिए
कोरोना वायरस संकट के बीच देश में एक बार फिर बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा है। बढ़ते खतरे को देखते हुए कई राज्यों में मुर्गे-मुर्गियों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया है और कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है।
केरल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में फ्लू के कारण हजारों बत्तखों और मुर्गे-मुर्गियों को मारा जा चुका है। इसके अलावा उनके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
मांस, अंडों की बिक्री पर रोक
अलप्पुझा के जिलाधिकारी ने कुट्टनाड और कार्थिकपल्ली तालुकाओं में मुर्गी और बत्तख समेत अन्य घरेलू पक्षियों के मांस, अंडों आदि की बिक्री और कारोबार पर रोक लगा दी है।
मध्य प्रदेश से शुरू हुआ मामला
मध्य प्रदेश के इन्दौर में बर्ड फ्लू की आहट 29 दिसंबर को सुनाई पड़ी थी, जब रेसीडेंसी क्षेत्र के डेली कॉलेज परिसर में करीब 50 कौए मृत पाए गए थे। इनमें से दो कौओं के नमूने की भोपाल की एक प्रयोगशाला में जांच कराई गई तो इनमें एच5एन8 की पुष्टि हुई थी।
मध्य प्रदेश के पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रमोद शर्मा ने बताया, 'कौवों की मौत भी बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस से हुई है क्योंकि इस इलाके के मरे कौओं में इस बीमारी की पुष्टि पहले ही हो चुकी है।
बर्ड फ्लू क्या है?
बर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (H5N1) के कारण होता है। बर्ड फ्लू एक वायरल संक्रमण है जो न केवल पक्षियों के लिए बल्कि अन्य जानवरों और मनुष्यों के लिए भी उतना ही खतरनाक है। बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले जानवर और इंसान आसानी से संक्रमित हो जाते हैं।
बर्ड फ्लू के लक्षणों में खांसी, दस्त, बुखार, सांस की समस्या, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी हो सकती है। बर्ड फ्लू कई प्रकार के होते हैं, लेकिन H5N1 इंसानों को संक्रमित करने वाला पहला एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस है। इसका पहला मामला 1997 में हांगकांग में मिला था।
बर्ड फ्लू के लक्षण
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रेसीडेंसी क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों को खोजने के लिए सर्वेक्षण जारी है, लेकिन अब तक किसी भी मनुष्य में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है।
इंसानों में तेजी से फैलता है एवियन इन्फ्लुएंजा
तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा, 'एवियन इन्फ्लुएंजा तेजी से फैलता है और मनुष्यों के भी इससे प्रभावित होने की आशंका होती है। इसलिए एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने आकस्मिक योजना तैयार की है।
राजस्थान के अधिकारियों ने बताया कि कोटा और बांरा जिलों के पक्षियों के नमूनों के जांच परिणामों में भी एवियन इंफ्लूएंजा पाया गया है। वायरस अन्य जगहों पर भी फैल रहा है जो चिंता का विषय है।
कितना घातक है बर्ड फ्लू
H5N1 से H5N5 बर्ड फ्लू को खतरनाक माना जाता है। वे तेजी से फैल गए। हालांकि, H5N8 एवियन इन्फ्लूएंजा से केवल कौवे की मौत हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, H5N1 वायरस बेहद खतरनाक है।
मानव शरीर में H5N1 वायरस के प्रवेश करने के मामले सामने आए हैं। लेकिन यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। हालांकि, वायरस घातक हो सकता है। वायरस से संक्रमित लगभग 60 प्रतिशत लोग मर जाते हैं।
H5NI वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में जा सकता है। H5NI लक्षणों में ठंड, बुखार, सांस लेने में कठिनाई और लगातार उल्टी शामिल हैं। इससे दस्त और सीने में दर्द भी होता है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)