Ayurvedic Remedies For Asthma: इन 5 जड़ी-बूटियों को आजमाकर देखें, छू मंतर हो जाएगा अस्थमा

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 3, 2024 06:41 AM2024-03-03T06:41:08+5:302024-03-03T06:41:08+5:30

Ayurvedic Remedies For Asthma: अस्थमा सांस से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जो बढ़ते प्रदूषण और खानपान की अनियमितताओं के कारण विकराल रूप ले लेती जा रही है। भारत में लगातार अस्थाम रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है।

Ayurvedic Remedies For Asthma: Try these 5 herbs, asthma will go away instantly | Ayurvedic Remedies For Asthma: इन 5 जड़ी-बूटियों को आजमाकर देखें, छू मंतर हो जाएगा अस्थमा

फाइल फोटो

Highlightsअस्थमा सांस की एक ऐसी बीमारी है, जो बढ़ते प्रदूषण के कारण विकराल रूप ले लेती जा रही हैभारत में इस समय करीब 1 करोड़ 72 लाख से अधिक लोग अस्थमा जैसी बीमारी से प्रभावित हैंअस्थमा की बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित मरीज के श्वास नलियों की सूजन और अकड़न आ जाती है

Ayurvedic Remedies For Asthma: अस्थमा सांस से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जो बढ़ते प्रदूषण और खानपान की अनियमितताओं के कारण विकराल रूप ले लेती जा रही है। भारत में लगातार अस्थाम रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक भारत में इस समय करीब 1 करोड़ 72 लाख से अधिक लोग अस्थमा जैसी बीमारी से प्रभावित हैं। ऐसे में लोगों को अस्थमा की बीमारी के प्रति सचेत होते हुए अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए।

अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सांस लेने में कठिनाई होती है। इसके कारण व्यक्ति को घबराहट होने लगती है। अस्थमा की बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित मरीज के श्वास नलियों की सूजन और अकड़न आ जाती है। जिसकी वजह से श्वसनमार्ग संकुचित हो जाता है और समय रहते ठीक से इलाज न हो तो अस्थमा फेफड़े को कमजोर करते हुए मौत के मुंह में ले जा सकती है।

आयुर्वेद कहता है कि अस्‍थमा रोग प्रमुख तौर पर कफ दोष के असंतुलन से पैदा होता है। इसलिए सभी प्रकार के अस्‍थमा में सबसे पहला लक्षण सांस लेने में दिक्‍कत होना है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि अस्थमा को लाइलाज बीमारी माना जाता है क्योंकि एक बार मरीज को अस्थमा रोग हो जाए तो फिर उसे जड़ से खत्म करना काफी मुश्किल हो जाता है। अस्थमा किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है।

आयुर्वेद में अस्थमा को तमक स्वासा कहा गया है और चरक संहिता में इस बीमारी की बहुत अच्छी तरह से व्याख्या की गई है। जब व्यक्ति के वात और कफ में किसी प्रकार की विकृत्ति उत्पन्न हो जाती है तो श्वास नलियों के मार्ग संकुचित हो जाता है। इसके कारण आसपास की मांसपेशियों में भी तनाव आ जाता है। जिससे वायुमार्ग की नलिका में बलगम भर जाता है। इसके कारण वहां से गुजरने वाली हवा की मात्रा में कम हो जाती है। ऐसे में अस्थमा का अटैक आता है और खांसी और छाती में जकड़न महसूस होने लगती है।

अस्थमा के लक्षण-

सीने में जकड़न
रात में खांसी का ज्यादा आना 
हंसते या व्यायाम करते समय सांस लेने में दिक्कत 
बेचैनी या घबराहट
बात करते समय सांस लेने में कठिनाई
छाती में में जकड़न या दर्द होना
दम फूलना या तेज-तेज सांस लेना
बेहद ज्यादा थकान
अनिद्रा का होना

अस्थमा के मरीज़ों को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए-

ठंड या बरसात के मौसम अस्थमा के रोगियों के लिए विशेष सावधानी रखनी चाहिए। अगर मरीज शुरू से सावधानियां और परहेज रखे तो अस्थमा के संक्रमण बढ़ने का खतरा कम हो जाता है। इसिलए अस्थमा अटैक से भी बचने के लिए इन बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए-

अस्थमा के मरीजों को सर्दी और धूल से बचना चाहिए
ज्यादा ठंड व नमी अस्थमा मरीज़ों के लिए घातक है
अस्थमा के रोगी घर से बाहर जाते समय मास्क लगाएं
सर्दियों के मौसम में धुंध से बचें, बाहर न निकलें
पेंट, कीटनाशक, स्प्रे, अगरबत्ती, मच्छर भगाने का कॉइल से दूर रहें
धूम्रपान न करें और धूम्रपान वाली जगहों पर जाएं

आयुर्वेद में अस्थमा का इलाज-

अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति अगर इसका स्थाई इलाज तलाश रहे हैं तो उनके लिए सबसे सरल रास्ता आयुर्वेद की ओर ले जाता है। आयुर्वेदिक औषधि और जड़ी बुटियां अस्थामा में बहुत ज्यादा प्रभावी होती हैं, जो रोग को जड़ से खत्म करने की ताकत रखती हैं।

आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी बुटियां हैं, जिनमें फेफड़ों को मजबूत करने के गुण पाये जाते है। आयुर्वेदिक न केवल अस्थमा बल्कि कई अन्य गंभीर रोगों के इलाज में बेहद कारगर है। तो आइए यहां जानते हैं आयुर्वेद में अस्थमा रोग का इलाज-

पिप्‍पली- पिप्पली का प्रयोग पाचन, श्‍वसन और प्रजनन रोगों के इलाज में किया जाता है। पिप्‍पली कफ निस्‍सारक भी है, जो कि शरीर से बलगम को निकालने में मदद करती है। इस गुण के कारण पिप्‍पली कफ रोगों में उपयोगी होती है।

ये न केवल अस्थमा बल्कि ब्रोंकाइटिस सहित अन्‍य कफ विकारों में भी फायदेमंद है। ये शरीर से विषाक्‍त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करती है। लेकिन पिप्‍पली के अधिक प्रयोग से पित्त बढ़ सकता है, इसलिए इसका इस्‍तेमाल सावधानीपूर्वक करना चाहिए।

सूखी अदरक यानि सौंठ- आयुर्वेद कहता है कि सूखी अदरक में कई रोगों को ठीक करने के चमत्‍कारिक गुण मौजूद हैं। अस्‍थमा में सौंठ दर्द निवारक और कफ साफ करने वाली दवा के रूप में प्रयोग की जाती है। ये कफ को निकालने में मदद करती है, जिससे अस्‍थमा से ग्रस्‍त व्‍यक्‍ति को राहत मिलती है।

सूखी अदरक से वात, पित्त और कफ का स्‍तर कितना कम होगा ये इस बात पर निर्भर करता है कि इसके साथ किस जड़ी-बूटी को दिया जा रहा है। काले नमक के साथ सौंठ को लेने पर वात कम होता है, वहीं मिश्री के साथ लेने पर पित्त कम करता है और शहद के साथ लेने पर कफ दोष को कम करता है। लेकिन केवल सौंठ के अकेले प्रयोग से पित्त बढ़ सकता है, इसलिए वैद्य की सलाह पर ही इसका प्रयोग अस्थमा के रोगियों को करना चाहिए। 

कंटकारी- कंटकारी का प्रयोग कफ निस्‍सारक के रूप में किया जाता है और ये अस्‍थमा जैसे श्‍वसन विकारों पर बहुत असरकारी पाई गई है। गंभीर खांसी, दमा, गले में खराश और टीबी जैसी कई गंभीर बीमारियों में अन्‍य जड़ी-बूटियों के साथ-साथ कंटकारी का भी इस्‍तेमाल किया जाता है। अस्थमा में कंटकारी का प्रयोग बच्‍चों समेत अधिकतर लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है।

वसाका- आयुर्वेद में वसाका का प्रयोग श्‍वसन रोगों के इलाज में किया जाता है। स्वांस रोग के लिए रामबाण कहे जाने वाली वसाकाा में कफ निस्‍सारक और एंटीस्‍पैसमोडिक (ऐंठन दूर करने वाले) गुण होते हैं। ये श्‍वासनलियों को चौड़ा कर सकती है और इस तरह ये न केवल अस्‍थमा बल्कि खांसी एवं ब्रोंकाइटिस के इलाज में मदद करती है। वसाका का प्रयोग प्रमुख तौर पर कफ रोगों में किया जाता है। इसका प्रयोग अर्क, रस, काढ़े या पाउडर के रूप में किया जाता है।

मधु- मधु यानि शहद आयुर्वेद में प्रयोग होने वाली सबसे सामान्य औषधि है। इसमें कई तरह के घटक होते हैं, जैसे कार्बोहाइड्रेट, शीघ्र वाष्प बनकर उड़ जाने वाला तेल, विटामिंस और मिनरल्‍स आदि। ये बच्‍चों में रात के समय होने वाली खांसी का इलाज करते अच्‍छी नींद लाने में मदद करता है।

मधु तुरंत ऊर्जा देने वाला और रोगाणुरोधक है और खांसी की कई दवाओं में जीवाणुरोधक के रूप में इसका प्रयोग किया जाता है। हर उम्र के लोगों के लिए शहद का सेवन सुरक्षित एवं उचित है।

Web Title: Ayurvedic Remedies For Asthma: Try these 5 herbs, asthma will go away instantly

स्वास्थ्य से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे