भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तंदरुस्ती की दुआ इस समय पूरा देश कर रहा है। पिछले 24 घंटे से वे दिल्ली के AIIMS अस्पताल में भर्ती हैं और जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत बेहद गंभीर है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली life support system पर रखा गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उनके स्वास्थ्य में किसी भी तरह का सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। एक-एक करके कई रिश्तेदार और राजनीतिक दिग्गज उनसे मिलने अस्पताल पहुंच रहे हैं। दिल्ली के मशहूर जरनल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी बता रहे हैं कि लाइफ सपोर्ट सिस्टम क्या होता है और इसकी जरूरत क्यों पड़ती है।
जीवन रक्षक प्रणाली life support system क्या है? शरीर एक जटिल मशीन है। कई अंग और सिस्टम इसे स्वस्थ रखने के लिए लगातार काम करते हैं। कुछ कार्य इतने महत्वपूर्ण हैं कि यदि वे रुक जाए तो आप जीवित नहीं रह सकते हैं। जब वे असफल होते हैं, तो जब तक आपका शरीर जीवित रह सकता है तब तक 'विशेष चिकित्सा प्रक्रिया' यानी सपोर्ट के जरिए इलाज दिया जाता है। लेकिन कभी-कभी शरीर काम को फिर से शुरू करने में सक्षम नहीं हो पाता है।
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जीवन रक्षक प्रणाली life support system की जरूरत क्यों पड़ती है?मानव शरीर में जब फेफड़े और दिल जैसे महत्वपूर्ण हिस्से काम करना बंद कर देते हैं, तो लाइफ सपोर्ट की जरूरत होती है।
फेफड़े- ड्रोनिंग, निमोनिया, नशीली दवाओं का सेवन, रक्त के थक्के और गंभीर फेफड़ों की चोट या बीमारी जैसे कि सीओपीडी और सिस्टिक फाइब्रोसिस और मांसपेशी या तंत्रिका रोग जैसे एएलएस और मांसपेशी डिस्ट्रॉफी के मामलों में।
दिल: अचानक दिल की धड़कन बंद होना (सडन कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक)
ब्रेन: सिर पर गंभीर झटका या स्ट्रोक