डायबिटीज समेत इन दो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं अटल बिहारी वाजपेयी, जानिए कारण, लक्षण, बचाव
By गुलनीत कौर | Published: August 16, 2018 10:27 AM2018-08-16T10:27:37+5:302018-08-16T10:27:37+5:30
अटल बिहारी वाजपेयी इस समय 93 साल के हैं और कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं जिनमें से सबसे अधिक उन्हें मधुमेह यानी डायबिटीज की बीमारी सताती है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तंदरुस्ती की दुआ इस समय पूरा देश कर रहा है। पिछले 24 घंटे से वे दिल्ली के AIIMS अस्पताल में भर्ती हैं और जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत बेहद गंभीर है और किसी भी तरह का सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। एक-एक करके कई रिश्तेदार और राजनीतिक दिग्गज उनसे मिलने अस्पताल पहुंच रहे हैं।
बीते दिन यानी बुधवार की शाम को तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनसे मिलने AIIMS गए थे। जहां वे करीब 50 मिनट तक रुके। आज भी वे उनकी हालत के बारे में जान्ने अस्पताल पहुंच रहे हैं। मोदी के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल, भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी आदि उनके स्वास्थ्य के बारे में जान्ने के लिए अस्पताल गए थे और आज भी नेताओं का आना लगा रहेगा।
अटल बिहारी वाजपेयी इस समय 93 साल के हैं और कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं जिनमें से सबसे अधिक उन्हें मधुमेह यानी डायबिटीज की बीमारी सताती है। इसके अलावा भी उनकी इस गंभीर हालत के लिए कई रोग जिम्मेदार हैं। आइए जानते हैं कि वाजपेयी जी इस समय किन-किन बीमारियों से पीड़ित हैं:
1. किडनी नली में संक्रमण:
डॉक्टरों के मुताबिक वाजपेयी जी के गुर्दे यानी किडनी की नली में है संक्रमण है। दिल्ली स्थित अपोलो हॉस्पिटल में किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एसके पॉल के मुताबिक किडनी में होने वाली प्रॉब्लम के कई कारण होते हैं जिनमें से मधुमेह यानी डायबिटीज भी मुख्य कारण है। इसकी वजह से पेशाब में रुकवट, पेशाब में इन्फेक्शन आदि दिक्कतें सामने आती हैं। एसके पॉल की राय में किडनी टोक्सिन को बाहर निकालकर सिस्टम को साफ रखती हैं। शरीर से टोक्सिन बाहर निकलने से रेड ब्लड सेल्स हेल्दी रहते हैं और पोषक तत्वों व खनिजों का संतुलन बना रहता है। लेकिन किडनी पर बुरा असर होने से धीरे-धीरे करके शरीर का पूरा सिस्टम खराब होने लगता है।
अटल बिहारी वाजपेयी को आखिर कब तक बचा सकता है Life support system
किडनी नली में संक्रमण के लक्षण: किडनी नली में संक्रमण होने से पेशाब कम या ज्यादा आना, काले रंग का पेशाब या पेशाब के समय समस्या होने जैसे लक्षण सामने आते हैं। इसके अलावा स्किन में खुजली, हर समय थकान महसूस होना, मतली और उल्टी जैसा एहसास निरंतर रहना, आदि परेशानियां होती हैं।
2. मूत्रनली में संक्रमण (UTI):
मूत्र मार्ग में संक्रमण या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) गुप्तांगों में होने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी समस्या है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाई जाती है। पुरुषों में डायबिटीज और महिलाओं में मासिक धर्म के बंद होने के बाद इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा सेक्स के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे को होता है। ऐसा माना जाता है कि ज्यादा देर तक पेशाब को रोके रहने से भी इस संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
मूत्र मार्ग संक्रमण के लक्षण: बार-बार पेशाब का आना, छींकने या खांसते समय थोड़ा सा पेशाब आना, बुखार, चक्कर आना, उल्टी होना, पेट में हल्का दर्द, पेशाब के रंग का बदलना और पेशाब करते वक्त जलन महसूस करना इसके आम लक्षण हैं।
3. डायबिटीज:
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। खराब जीवनशैली के चलते यह बीमारी तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। डायबिटीज के रोगियों को आंखों में दिक्कत, किडनी, लीवर की बीमारी और पैरों में दिक्कत होना आम है।
गाजियाबाद स्थित अटलांटा हॉस्पिटल में डायबिटोलोजिस्ट डॉक्टर फतेह सिंह के मुताबिक डायबिटीज के कई कारण होते हैं जैसे कि कम पानी पीना, देर से खाना, अधिक मीठा खाना, नींद पूरी न होना, व्यायाम न करना, मोटापा, हेल्दी चीजें नहीं खाना, जंक फूड और स्नैक्स का अधिक सेवन करना, आदि।
डायबिटीज के लक्षण: डायबिटीज के रोगी को ज्यादा प्यास लगती है। बार-बार पेशाब आना, थकान महसूस होना, धुंधला दिखना, ज्यादा भूख लगना लेकिन फिर भी तेजी से वजन का गिरना डायबिटीज के सबसे कॉमन लक्षणों में से एक हैं। डायबिटीज रोगी को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और इनकी डाइट भी परफेक्ट होनी चाहिए।