किडनी की पथरी गलाकर बाहर निकालने के साथ वायरल फीवर को जड़ से खत्म कर सकते हैं ये हरे पत्ते
By उस्मान | Published: March 31, 2019 12:37 PM2019-03-31T12:37:24+5:302019-03-31T12:37:24+5:30
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी कैंसर, एंटी बैक्टीरियल जैसे गुण होते हैं। जिस वजह से यह पौधा मोटापे, डायबिटीज, त्वचा रोग, कैंसर, सर्दी, जुकाम, फ्लू, भूख में कमी, गैस, एसिडिटी, पेट में ऐंठन, दस्त, कब्ज, किडनी डिजीज, पेट के कीड़े, मस्से जैसे रोगों से बचाने में सहायक है।
तुलसी के पौधे को भारत में सबसे पवित्र पौधा माना जाता है। यह पौधा औषधीय गुणों का भंडार है। आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल सदियों से कई गंभीर रोगों के इलाज में किया जा रहा है। तुलसी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, एनर्जी, विटामिंस, इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत जरूरी हैं।
इसके अलावा तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी कैंसर, एंटी बैक्टीरियल जैसे गुण होते हैं। जिस वजह से यह पौधा मोटापे, डायबिटीज, त्वचा रोग, कैंसर, सर्दी, जुकाम, फ्लू, भूख में कमी, गैस, एसिडिटी, पेट में ऐंठन, दस्त, कब्ज, किडनी डिजीज, पेट के कीड़े, मस्से जैसे रोगों से बचाने में सहायक है।
1) सर्दी, जुकाम और फ्लू का रामबाण इलाज
स्वास्थ्य गुणों का भंडार तुलसी के पौधे का इस्तेमाल करके आप सर्दी-खांसी, जुकाम और फ्लू से राहत पा सकते हैं। इसके लिए आप तुलसी के पत्तों को गर्म पानी या दूध में मिलाकर पी सकते हैं।
2) सिरदर्द और माइग्रेन से राहत
आज काम का तनाव लोगों में इस कदर है कि सिरदर्द व माइग्रेन की समस्या होना आम सी बात हो गई है। ऐसे में लोग कई तरह के पेनकिलर खाने शुरु कर देते हैं लेकिन इन दवाइयों के साइड इफेक्ट्स भी बहुत होते हैं। इसकी जगह पर अगर आप तुलसी वाला दूध पीएं आपको बिना किसी तरह के साइड इफेक्ट तुरंत आराम मिलेगा।
3) स्ट्रेस व डिप्रेशन
बिजी शैड्यूल के चलते तनाव की समस्या बहुत आम हो गई है लेकिन गर्म दूध में तुलसी मिलाकर पीने से नर्वस सिस्टम रिलैक्स होता है। यह स्ट्रेस हार्मोन को नियंत्रित कर एंजाइटी और डिप्रेशन से बचाता है, जिससे व्यक्ति का तनाव अपने आप कम हो जाता है।
4) फ्लू से बचाव
बदलते मौसम के कारण अक्सर आप वायरल इन्फेक्शन या फ्लू के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में वायरल इंफैक्शन या फ्लू को दूर करने के लिए दूध में तुलसी, लौंग और काली मिर्च को उबालकर ठंडा कर लें। इस दूध का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और आपकी इन समस्याओं को दूर करता है।
5) बुखार में फायदेमंद
तुलसे के हरे पत्ते बुखार का इलाज करने में मददगार होते हैं। इसमें मलेरिया के आम संक्रमण के कारण होने वाले बुखार का इलाज करने की क्षमता होती है। बुखार होने पर आधा लीटर पानी में थोड़ी सी तुलसी की पत्तियां और इलाइची पाउडर को मिलाकर पीना चाहिए।
6) हार्ट प्रॉब्लम से भी होता है बचाव
दिल की बीमारी से ग्रस्त लोग या वे लोग जिन्हें होने की संभावना हो, तो ऐसे लोगों को रोज सुबह खाली पेट दूध और तुलसी का सेवन करना चाहिए। इससे हार्ट प्रॉब्लम्स कम हो जाती है।
7) कैंसर से बचाने में सहायक
एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स, पौष्टिक खनिज तत्व और एंटीबायोटिक के गुणों से भरपूर तुलसी वाले दूध का सेवन शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है। रोजाना सुबह शाम नियमित रूप से तुलसी वाला दूध पीने से आप कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचे रहते हैं।
8) किडनी की पथरी में असरदार
खराब खानपान और जीवनशैली की वजह से भारत में किडनी डिजीज रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अगर किसी व्यक्ति को किडनी में स्टोन होने की शुरूआत हुई है, तो उसे दूध और तुलसी का सेवन करना चाहिए, इससे किडनी का स्टोन धीरे-धीरे गलने लगता है।