औषधीय गुणों का भंडार है 'लोहड़ी' का पौधा, सेहत को हो सकते हैं 8 फायदे
By उस्मान | Published: April 8, 2021 03:10 PM2021-04-08T15:10:02+5:302021-04-08T15:10:02+5:30
आपको यह पौधा कहीं भी मिल सकता है, इस्तेमाल से पहले एक्सपर्ट्स से सलाह लें
सदियों से औषधीय पेड़-पौधों का इस्तेमाल दवाईयां या जड़ी-बूटी बनाने के लिए किया जाता रहा है। हमारे आसपास कई तरह के पेड़-पौधे मौजूद होते है, जिनसे हमें फल और औषधि मिलती है।
हम आपको ऐसे ही औषधीय पौधे के बारे में बता रहे है, जिसमें कई बीमारियों से लड़ने के गुण हैं। इस पौधे का नाम 'लोहड़ी' (Portulaca oleracea) है इस पौधे को आप अपने घर के आसपास पार्क, सड़क किनारे या मैदान में कहीं भी देख सकते हैं।
आम भाषा में इस पौधे को 'लोहड़ी' के नाम से जाना जाता है। ज्यादातर लोगों को इस पौधे के बारे में किसी भी तरह की जानकारी नहीं है। इसी कारण लोग इस पौधे को कूड़ा समझकर फेंक देते है। लेकिन इसके फायदे जानने के बाद आप कभी इसे फेंकने की गलती नहीं करेंगे।
लोहड़ी पौधे के औषधीय गुण
इस पौधे का इस्तेमाल जड़ी-बूटी और दवा बनाने के लिए किया जाता है। इसमें कई तरीके के खनिज तत्व पाएं जाते हैं, जो शरीर में ऊर्जा का स्त्रोत मजबूत करते हैं। इसके शरीर में खून की कमी भी पूरी करता है। इस पौधे में विटामिन्स, प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन के इन सब के इलावा भी कई तरह के खनिज तत्व पाएं जाते है।
लोहड़ी पौधे के स्वास्थ्य फायदे
इस अद्भुत हरे पत्ते वाले पौधे में (सिर्फ 16 किलो कैलोरी / 100 ग्राम) और वसा में बहुत कम है। इसके लावा यह फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का भी बेहतर स्रोत है।
इसकी पत्तियों में आश्चर्यजनक रूप से किसी अन्य पत्तेदार पौधे की तुलना में अधिक ओमेगा -3 फैटी एसिड (α- लिनोलेनिक एसिड) होता है। 100 ग्राम ताजे पत्तों में लगभग 350 मिलीग्राम α-लिनोलेनिक एसिड होता है।
शोध अध्ययन बताते हैं कि ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से कोरोनरी हृदय रोग, स्ट्रोक के जोखिम को कम किया जा सकता है, और बच्चों में एडीएचडी, ऑटिज्म और अन्य विकास संबंधी मतभेदों को रोकने में मदद मिल सकती है।
यह पौधा विटामिन-सी का भी एक समृद्ध स्रोत है। इसमें बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन जैसे राइबोफ्लेविन, नियासिन, पाइरिडोक्सिन और कैरोटेनॉयड्स, साथ ही मिनरल्स जैसे कि आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम और मैंगनीज पाए जाते हैं।
- लोहड़ी पौधे में विटामिन, प्रोटीन, और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। तरीके के खनिज तत्व पाये जाते है, जो हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। यह पौधा 50 साल तक जिंदा रह सकता है और साथ-साथ शरीर में इम्यूनिटी पावर भी बढ़ाता है।
यह शरीर में कैंसर के लिए जिम्मेदार तत्वों को खत्म करता है। कैल्शियम का भंडार यह पौधा शरीर की हड्डियों को भी मजबूत करता है। इस पौधे से बनी दवायें खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां भी कम होती है।
इस्तेमाल का तरीका
- ताजी, कच्ची पत्तियों का उपयोग सलाद के रूप में और सब्जी के रस के रूप में किया जा सकता है।
- ताजा, कोमल पत्तियों का उपयोग सलाद में किया जाता है। तने और पत्तियों को मछली और मुर्गी के साथ साइड डिश के रूप में परोसा जाता है।
- इसका उपयोग सूप और करी की तैयारी में भी किया जाता है और चावल और रागी केक (रागी मडडे) के साथ खाया जाता है।
इस बात का रखें ध्यान
ऊपर बताई गई समस्याओं से राहत पाने के लिए इस पौधे का इस्तेमाल करने से पहले आपको एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। बिना-सोचे समझे इसके इस्तेमाल करने से आपको कई नुकसान भी हो सकते हैं।