नई दिल्ली, 1 जून: दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल का वर्ल्ड कप अगले कुछ दिनों में शुरू होने जा रहा है। इस बार फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन रूस में हो रहा है और हर बार की तरह इस बार भी फैंस के बीच इसे लेकर जोश बढ़ने लगा है। फीफा वर्ल्ड कप-2018 में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। बहरहाल, आईए हम आपको आज बता रहे हैं एक वर्ल्ड कप से जुड़े ऐसे दास्तान के बारे में, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था।
फीफा वर्ल्ड कप से जुड़ी बेहद दर्दनाक दास्तान
भारत में क्रिकेट की दीवानगी से हम सभी वाकिफ हैं। टीम इंडिया के अच्छे प्रदर्शन पर भारतीय फैंस अगर खिलाड़ियों को अगर सिर-आंखों पर बैठा लेते हैं तो वहीं खराब प्रदर्शन पर नाराजगी भी जताते हैं। भारत में खराब प्रदर्शन पर क्रिकेट खिलाड़ियों के घर तोड़ने, पत्थरबाजी और पुतले जलाने जैसे दृश्य कई बार सामने आए हैं। लेकिन फुटबॉल की जो कहानी हम बताने जा रहे हैं वह क्रिकेट फैंस की दीवानगी की हद से कई ज्यादा है। (और पढ़ें- FIFA World Cup: 14 जून को खेला जाएगा पहला मुकाबला, यहां देखें कब-कब खेले जाएंगे कौन-कौन से मैच)
कोलंबिया के आद्रे एस्कोबार को मारी गोली
ये बात 24 साल पुरानी 1994 के फीफा वर्ल्ड कप की है जो अमेरिका में खेला गया था। कोलंबिया के डिफेंडर आद्रे एस्कोबार भी इस विश्व कप में अपनी टीम का हिस्सा थे। कोलंबिया और अमेरिका के बीच 22 जून को अहम मैच खेला गया। इस मैच में एक आत्मघाती (सेल्फ) गोल आंद्रे एस्कोबार से हुआ और आखिरकार कोलंबिया 1-2 से हारकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गया।
इसके बाद आंद्रे अपने देश लौट गए। कोलंबिया के कई फैंस अपनी टीम के वर्ल्ड कप से बाहर हो जाने के कारण निराश थे। हालांकि, किसी ने यह नहीं सोचा था कि इतनी अनहोनी घटना अगले कुछ दिनों में घटने वाली है। कोलंबिया के वर्ल्ड कप से बाहर होने के ठीक पांच दिन बाद आंद्रे अपने एक दोस्त के साथ कोलंबिया के मेडलिन शहर के करीब एल पोब्लाडो में स्थित एक बार से देर रात लौट रहे थे।
दोनों ने इस बीच एक नाइट क्लब जाने का फैसला किया। वहां से दोस्त अलग हो गया और फिर आंद्रे अकेले घर लौटने लगे। इसी बीच देर रात नाइट क्लब की पार्किंग में तीन लोगों ने आकर आंद्रे पर दनादन 6 गोलियां दाग दी। रिपोर्ट्स के अनुसार आंद्रे एस्कोबार के सीने में 38 कैलिबेर पिस्टल से 6 गोलियां दागी गई और मारने वाला हर बार गोली चलाने के साथ 'गोल-गोल' चिल्ला रहा था। आंद्रे को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। (और पढ़ें- FIFA World Cup: फुटबॉल के महाकुंभ में खेलेंगी ये 32 टीमें, जानिए किस ग्रुप में है कौन सी टीम)
इस घटना के बाद पूरी दुनिया सन्न रह गई। एस्कोबार की अंतिम यात्रा में करीब 120,000 लोग शामिल हुए। साल 2002 में उनकी याद में मेडेलिन शहर में एक मूर्ति भी स्थापित की गई। अब भी कई फैंस कोलंबिया के मैच के दौरान आद्रे एस्कोबार की फोटो लेकर स्टेडियम में आते हैं।
इस घटना के बाद पुलिस ने हमबर्टो कास्त्रो नाम के शख्स को पकड़ा जो कोलंबिया के बड़े ड्रग डीलर का बॉडीगार्ड था। हमबर्टो इससे पहले सैंटियागो गैलोन नाम के एक शख्स के लिए भी ड्राइवर का काम कर चुका था जिसे कोंलबिया की हार के बाद सट्टे में भारी नुकसान हुआ था। हमबर्टो को 43 साल जेल की सजा सुनाई गई जिसे बाद में घटाकर 26 साल का कर दिया गया।
हालांकि, अच्छे व्यवहार के कारण हमबर्टो को 11 साल की सजा के बाद रिहा कर दिया गया। ऐसे आरोप लगे कि हमबर्टो ने सैंटियागो गैलोन के कहने पर ये हत्या की लेकिन कभी कोई ठोस सबूत नहीं मिले और न ही हमबर्टो ने इस बारे में कुछ बताया। ऐसे भी रिपोर्ट आई कि सैंटियागो गैलोन ने पुलिस और दूसरे अधिकारियों को पैसे देकर हमबर्टो को जल्द रिहा कराने में अहम भूमिका निभाई लेकिन इस बारे में कभी कोई ठोस सबूत सामने नहीं आ सका। (और पढ़ें- अरबाज खान पर लगा IPL में करोड़ों की सट्टेबाजी का आरोप)