विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) हर साल 16 अक्टूबर को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य इस बारे में जागरूकता फैलाना है कि दुनिया के किसी भी कोने में कोई व्यक्ति भूखा न रहे और सभी लोगों को भरपेट खाना और पोषण मिले. इस दिन का मुख्य बिंदु यह है कि भोजन एक बुनियादी और मौलिक मानव अधिकार है। इस साल यानी 2019 में वर्ल्ड फूड डे की थीम है 'हमारा कार्य हमारा भविष्य है। हेल्दी डाइट फॉर #ZeroHunger World'
किसी भी पार्टी, नाश्ते या स्ट्रीट फूड का बेस्ट ऑप्शन समोसा और रसगुल्ला है। अगर आप चटपटे और मीठा खाने शौकीन हैं, तो यह लेख आपके काम का है। आपने आज तक सिर्फ तीन से चार तरह के समोसे या रसगुल्ले खाये होंगे लेकिन आज हम आपको ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां एक नहीं, दो नहीं, बल्कि पूरे 25 तरह के समोसे और 225 रसगुल्ले मिलते हैं।
यहां मिलते हैं 25 तरह के समोसे
पारम्परिक समोसे को एक अलग और कई तरह से बनाने वाली दुकान ईस्ट दिल्ली के कृष्णा नगर में मौजूद है। समोसा को अलग-अलग रंग और रूप देने के लिए इस समोसा हब की पहचान पूरी दिल्ली में है। यहां आलू के साथ पास्ता, नूडल्स, पिज्जा और पास्ता जैसे समोसे मिलते हैं। जिन्हें बहुत पसंद किया जाता है।
इस समोसा हब में दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के साथ सबी उम्र वर्ग के लोगों को पसंद आते हैं। समोसा हब के मालिक प्रवीन कुमार अपने हाथ से सभी समोसों के अन्दर अपने हाथ से फिलिंग करते हैं।
सबसे मशहूर है चॉकलेट समोसा
वैसे तो समोसा हब को देखते हुए दिल्ली में कई जगह ऐसे समोसों को बनाने की कोशिश की जाती है लेकिन इस दुकान के टेस्ट का कोई जवाब नहीं। यहां के सबसे मशहूर समोसों में से एक हैं चॉकलेट समोसे। चॉकलेट की लेयर से तैयार किये गए इन समोसों में विप्ड क्रीम और चॉकलेट क्रेन्च्स होते हैं। अगर आपको कभी मीठा खाने का मन करें तो आप यहां के चॉकलेट भरे 'चॉकलेट समोसा' को ट्राई कर सकते हैं।
यहां मिलते हैं 270 तरह के रसगुल्ले
कलकत्ता की खाने पीने की चीजों की बात करें तो सबसे पहली चीज जो ध्यान में आती है वो है यहां मिलने वाला स्वादिष्ट रसगुल्ला। अगर आपको भी रसगुल्ले से कुछ अलग सा प्यार है तो आज हम आपको कलकत्ता की एक खास जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। यहां आपको एक या दो तरह नहीं बल्कि पूरे 270 तरह के रसगुल्ले चखने को मिलेंगे।
कलकत्ता की रहने वाली स्वाति सराफ वो महिला हैं जिन्होंने रसगुल्ले के इस सफर को अपने घर से शुरू किया और धीरे-धीरे यह आज देश में सबसे ज्यादा प्रकार के रसगुल्ले बनाने वाली का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। करीब 270 फ्लेवर, जिसमें कुछ अजीबोगरीब टेस्ट से लेकर बिल्कुल नए नवेले आविष्कार शामिल हैं।
यह महिला सबसे लोकप्रिय बंगाली मिठाई रसगुल्ला को लोगों के सामने नए ढंग से पेश करती हैं। इसकी शुरुआत मिठाइयों की बर्बादी (जो त्योहारों के मौके पर बिना बिके बच जाती हैं ) रोकने से हुई थी, जो कि अब कारोबार का रूप ले चुकी है।
यहां मिलते हैं 500 तरह की आमलेट
दिल्ली के केशवपुरम मार्किट में राहुल एग नामक दूकान पर 500 तरह के आमलेट मिलते हैं। अगर आप अंडे खाने के शौक़ीन हैं, तो यह जगह आपके लिए बेस्ट है।