नीम बालों के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसमें जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण होते हैं जो रूसी, शुष्क खोपड़ी और सिर के संक्रमण के दुष्प्रभावों को कम करते हैं। फैटी एसिड, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ई और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह बालों के झड़ने को रोक सकता है और रूसी को दूर कर सकता है।
डैंड्रफ और ड्राई स्कैल्प की समस्या हो तो नीम को सबसे असरदार इलाज माना जाता है। यह जड़ से डैंड्रफ की प्रॉब्लम को खत्म करता है और स्कैल्प को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। अगर आप भी लंबे समय से डैंड्रफ और ड्राई स्कैल्प की दिक्कत से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाने का हर संभव तरीका अपनाने के बाद थक चुके हैं तो यहां बताए गए नीम के हेयर मास्क इसमें आपकी मदद कर सकते हैं।
घी और नीम का हेयर मास्क
सामग्री: 3 बड़े चम्मच घी, 15-20 कुचले हुए नीम के पत्ते, 1 बड़ा चम्मच शहद
बनाने का तरीका: एक बाउल में घी, नीम के पत्ते और शहद को एक साथ मिला लें। सारी सामग्री को अच्छी तरह मिला लें और रात भर के लिए छोड़ दें। अब इस मिश्रण को धीमी आंच पर 2 से 3 मिनट तक गर्म करें। ये लगाने करने के लिए तैयार है। अब इस हेयर मास्क को अपने स्कैल्प पर और अपने बालों की लंबाई पर लगाएं। आधे घंटे तक प्रतीक्षा करें और फिर एक माइल्ड शैम्पू से अपने बालों को धो लें।
दही और नीम का हेयर मास्क
सामग्री: 2 बड़े चम्मच दही, 15-20 कुटी हुई नीम की पत्तियां
बनाने का तरीका: दही को कुचले हुए नीम के पत्तों के साथ एक बाउल में डालें। अच्छी तरह से मिलाएं, और इस मिश्रण को अपने बालों की लंबाई के साथ धीरे से स्कैल्प पर लगाएं। कम से कम 5 मिनट तक स्कैल्प की मसाज करें। अब इसे हल्के शैम्पू और गुनगुने पानी से धोने से पहले, इसे 30 मिनट तक बैठने देंलगाए रखें।
आंवला और नीम हेयर मास्क
सामग्री: आंवले के रस की 10-12 बूंदें, 15-20 कुचले हुए नीम के पत्ते, पानी
बनाने का तरीका: उबलते पानी में आंवले का रस, कुटा हुआ नीम डालें और इसे 10 से 15 मिनट तक ठंडा होने दें। अब इस मिश्रण को अपने बालों की लंबाई के साथ अपने स्कैल्प पर लगाएं। अपने स्कैल्प पर 3 से 5 मिनट तक मसाज करें ताकि वह पोषण को सोख सके। अब इसे गर्म पानी और माइल्ड शैम्पू से धो लें।
परतदार या शुष्क सिर की स्थिति का जल्दी से इलाज करने के लिए सप्ताह में दो बार इनमें से किसी भी हेयर मास्क का उपयोग करें।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)