लाइव न्यूज़ :

FACT CHECK: संभल हिंसा में मारे गए युवक की मुस्कराते हुई फोटो वायरल, जानिए क्या वाकई ऐसा है?

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 3, 2024 17:20 IST

हालांकि जब लोकमत हिन्दी ने इस वायरल फोटो की वास्तविकता जानने के लिए फैक्ट चेक किया तो नतीजा कुछ और ही निकला। दरअसल, ये फोटो फर्जी है और इसका संभल हिंसा से कोई लेनादेना नहीं है। 

Open in App

Created By: AAJTAK

Translated By : लोकमत हिन्दी

FACT CHECK: उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी। सोशल मीडिया पर एक मुस्कराते हुए शव की फोटो तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि यह फोटो हिंसा के दौरान मारे गए एक शख्स की है। 

एक्स पर उवेद मुअज़्ज़म (@mohd_uved) नामक यूजर ने तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, "या शहीदे अस्सलाम, लोगों का सपना होता है हसी ख़ुशी शहीद होना। भाई ने तो अपनी जान मस्जिद के लिए दे दी। ये चहरे का नूर और ख़ुशी बता रही है कि भाई की शहादत क़ुबूल हुई। अल्लाह जन्नत में आला से आला मुकाम अता फ़रमाए , आमीन"

हालांकि जब लोकमत हिन्दी ने इस वायरल फोटो की वास्तविकता जानने के लिए फैक्ट चेक किया तो नतीजा कुछ और ही निकला। दरअसल, ये फोटो फर्जी है और इसका संभल हिंसा से कोई लेनादेना नहीं है। 

वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें यह ‘pullup4success’ नाम के एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिली। यहां इसे 20 अक्टूबर को अपलोड किया गया था। जबकि ध्यान देने वाली बात ये है कि संभल हिंसा की शुरुआत 24 नंवबर को हुई थी। यानी एक बात साफ है कि यह तस्वीर संभल हिंसा के पहले से इंटरनेट पर मौजूद है।

एक एक्स यूजर ने इस तस्वीर को 15 अक्टूबर को भी पोस्ट किया था। यहां कमेंट्स में एक यूजर ने इसे एडिटेड बताया है और ‘असली तस्वीर’ के साथ इसकी तुलना की है, जिसे असली तस्वीर बताया गया है उसमें युवक मुस्कुरा नहीं रहा। यूजर ने बताया है कि शव के चेहरे पर फोटो एडिटिंग ऐप के स्माइल फिल्टर का इस्तेमाल किया गया है। 

रिजल्टः गलत

फैक्ट चेक को वेबसाइट AAJTAK ने प्रकाशित किया है।

इसका अनुवाद 'लोकमतन्यूज.इन' ने 'शक्ति कलेक्टिव' के हिस्से के रूप में किया है।

टॅग्स :संभलउत्तर प्रदेश समाचार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतUP: ट्रैफिक रूल्स तोड़ने में नोएडा पहले और लखनऊ दूसरे स्थान पर, राज्य में दस माह में 1.27 करोड़ लोगों का चालन, इनमें एक भी पुलिसवाला नहीं

भारतUP: बूथ पर बैठकर मंत्री और विधायक SIR का फार्म भरवाए, सीएम योगी ने दिए निर्देश, राज्य में 15.44 करोड़ मतदाता, पर अभी तक 60% से कम ने फार्म भरे गए

क्राइम अलर्टUttar Pradesh: अमरोहा में दर्दनाक सड़क हादसा, खड़े ट्रक से टकराई कार, 4 युवकों की मौत

भारतयूपी में निजी संस्थाएं संभालेंगी 7,560 सरकारी गोआश्रय स्थल, पीपीपी मॉडल पर 7,560  गोआश्रय स्थल चलाने की योजना तैयार

फैक्ट चेक अधिक खबरें

फैक्ट चेकFact Check: गंगा किनारे सोना-चांदी और पैसे निकाल रहे युवक का वीडियो फेक, ऐसे पता चली सच्चाई

फैक्ट चेकFact Check: वायरल वीडियो में अफगानिस्तान में मनाए गए जश्न का संबंध भारत की जीत से नहीं

फैक्ट चेकFact Check: रणवीर इलाहाबादिया का रोता हुआ वीडियो अभी का नहीं, कोविड के दौरान का है, जानें वायरल वीडियो की सच्चाई

फैक्ट चेकFact Check: जानिए अस्पताल के बेड पर पड़े सैफ अली खान की वायरल फोटो की सच्चाई

फैक्ट चेकFact Check: क्या राहुल गांधी ने मानी बीजेपी सांसदों को धक्का देने की बात? जानिए वायरल वीडियो का सच