लाइव न्यूज़ :

यूजीसी की नई गाइडलाइन, विश्वविद्यालयों में हर हाल में 30 सितंबर तक शुरू करें फर्स्ट ईयर के एडमिशन 

By वैशाली कुमारी | Updated: July 17, 2021 20:17 IST

नए दिशा निर्देश के अनुसार  शैक्षणिक सत्र 2021- 22 के प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम में 30 सितंबर से पहले नामांकन खत्म हो और 1 अक्टूबर से शिक्षक शिक्षा सत्र शुरू कर दिया जाए।

Open in App
ठळक मुद्देखाली सीटों पर दाखिला 31 अक्टूबर तक पूरा होगासुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइन जारी की है जिसके मुताबिक जो निर्देश पहले दिए गए थे वह 2020-21 सत्र पर लागू होंगे

कोविड-19 के मद्देनजर यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालय और कॉलेजों की परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। नए दिशा निर्देश के अनुसार, शैक्षणिक सत्र 2021- 22 के प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रमों के लिए 30 सितंबर से पहले नामांकन खत्म हां और एक अक्टूबर से नया शिक्षा सत्र शुरू कर दिया जाए।

यूजीसी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके मुताबिक पूर्व में जारी दिशा निर्देश 2020-21 सत्र पर लागू किए जाएंगे। दिशानिर्देशों के हिसाब से सभी आखिरी सेमेस्टर की परीक्षाएं कोरोना के हालातों को देखते हुए ऑफलाइन या ऑनलाइन 31 अगस्त 2021 तक हर हाल में खत्म हो जानी चाहिए। इसके मध्य में आने वाले बीच के सेमेस्टर या ईयर के लिए इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर ही अंक दिए जाएंगे।   

गाइडलाइन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक ही बनाई गई है सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि सभी बोर्ड यानी सीबीएसई, आईसीएसई और स्टेट बोर्ड की 12वीं की परीक्षाओं के नतीजे आने के बाद ही यूनिवर्सिटी या कॉलेज में नामांकन शुरू हों, इसीलिए यूजीसी नें नामांकन  30 सितंबर तक पूरा कर लेने को कहा है, ताकि 1 अक्टूबर से कक्षाएं शुरू हो सके। सीबीएसई, आईसीएसई वे तमाम राज्य शिक्षा बोर्ड के 12वीं के रिजल्ट 31 जुलाई तक आ जाएंगे। 

इसके साथ ही खाली सीटों पर दाखिला 31 अक्टूबर तक पूरा होगा। उच्च शैक्षणिक संस्थान ए अक्टूबर 2021 से 31 जुलाई 2022 के बीच कोविड-19 की स्थिति और राज्य/केंद्र सरकारों की गाइडलाइंस ध्यान में रखकर कक्षाएं, ब्रेक, परीक्षाएं, सेमेस्टर ब्रेक आदि का प्लान तय कर सकते हैं। 

बता दें कि कोविड-19 महामारी की मार विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों पर भी पड़ी है। कई परीक्षाएं महीनों से रद्द की जा रही है जिस से छात्रों का भविष्य संकट में पड़ा हुआ है।

टॅग्स :यूजीसीसुप्रीम कोर्ट
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारत"कोर्ट के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है...", दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

पाठशाला अधिक खबरें

पाठशालास्प्रिंगर नेचर ने ICSSR, दिल्ली में 'इंडिया रिसर्च टूर' के तीसरे संस्करण को दिखाई हरी झंडी

पाठशालापढ़ाई पर है पूरा ज़ोर, नहीं रहेगा बच्चा कमजोर

पाठशालासत्यार्थी समर स्कूल: 11 देशों के प्रतिभागियों ने किया दिल्ली और राजस्थान आश्रम का दौरा

पाठशालाJEE Advanced: मन में है विश्वास हम होंगे कामयाब?, लगन और जुनून तो मंज़िल मुश्किल नहीं

पाठशालारूस-यूक्रेन के डर के बीच किर्गिस्तान में मेडिकल पढ़ाई को मिल रहा नया ठिकाना