इस साल अल्पसंख्यक मंत्रालय ने 1.5 लाख स्कूली छात्राओं को छात्रवृत्ति देने का रखा टारगेट
By भाषा | Published: September 30, 2018 01:43 PM2018-09-30T13:43:47+5:302018-09-30T13:43:47+5:30
यह संख्या पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले करीब 30 फीसदी अधिक है जब अल्पसंख्यक समुदायों की करीब 1.15 लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी।
नई दिल्ली, 30 सितंबर: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने मौजूदा वित्त वर्ष में डेढ़ लाख स्कूली बच्चियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य रखा है।
यह संख्या पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले करीब 30 फीसदी अधिक है जब अल्पसंख्यक समुदायों की करीब 1.15 लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी।
मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था 'मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन' (एमएईएफ) ने स्कूली लड़कियों के लिए चलाई जाने वाली अपनी 'बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना' के कुल बजट में बढ़ोतरी करने के फैसले के साथ यह भी निर्णय लिया है कि इस साल आक्रामक प्रचार अभियान चलाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चियां छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकें।
हाल ही में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की अध्यक्षता में हुई एमएईएफ की जनरल बॉडी की बैठक में इस छात्रवृत्ति योजना के प्रचार-प्रसार को तेज करने पर सहमति बनी।
एमएईएफ के सचिव रिजवानुर रहमान ने 'भाषा' को बताया, 'बेगम हजरत महल योजना के तहत इस बार हमने 1.5 लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य रखा है।"
रहमान ने कहा, 'अभी भी इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। हम इस बार कोशिश कर रहे हैं कि जागरूकता फैलाने के अलग अलग माध्यमों से आक्रामक प्रचार अभियान चलाया जाए।'
वर्ष 2017-18 में इस योजना के तहत करीब 1,15,000 लड़कियों को छात्रवृत्ति दी गई थी। इसके लिए करीब 78 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित था।
गौरतलब है कि इस योजना के तहत आवेदन करने वाली नौवीं और 10वीं कक्षा की लड़कियों को सालाना पांच-पांच हजार रुपये और 11वीं और 12वीं कक्षा की छात्राओं को छह-छह हजार रुपये दिये जाते हैं।