जावड़ेकर ने विश्वविद्यालों को दी हिदायत, दीक्षांत समारोह में पहनें भारतीय परंपरागत पोशाक
By भाषा | Published: October 2, 2018 10:20 PM2018-10-02T22:20:25+5:302018-10-02T22:20:25+5:30
जावड़ेकर ने कहा कि गांधी ने खादी की वकालत की थी और विश्वविद्यालय अपने छात्रों से कहें कि परंपरागत दीक्षांत पोशाकों में खादी के विभिन्न डिजाइन को तरजीह दें।
नई दिल्ली, 02 अक्टूबर: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को देश भर के विश्वविद्यालयों से अपील की कि महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के तौर पर दीक्षांत समारोहों में ‘‘ब्रिटिश प्रेरित’’ पोशाकों के बजाए परंपरागत भारतीय परिधान पहनें।
जावड़ेकर ने कहा कि गांधी ने खादी की वकालत की थी और विश्वविद्यालय अपने छात्रों से कहें कि परंपरागत दीक्षांत पोशाकों में खादी के विभिन्न डिजाइन को तरजीह दें।
जावड़ेकर ने विश्वविद्यालयों को वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैं देश भर के सभी विश्वविद्यालयों से अपील करता हूं कि अपने दीक्षांत समारोह में ब्रिटिश प्रेरित कपड़ों के बजाए परंपरागत भारतीय कपड़े पहनें। विश्वविद्यालय अपने छात्रों से कह सकते हैं कि डिजाइन विकल्पों के साथ आएं या एचआरडी मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए कुछ डिजाइन को अपना सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गांधी ने भी खादी के प्रयोग की वकालत की थी। विभिन्न पहल के कारण खादी की बिक्री चार गुना बढ़ गई है जिससे नौकरियों के सृजन का रास्ता साफ हुआ। उनकी 149वीं जयंती पर यह उनको एक श्रद्धांजलि होगी।’’
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों से कहा था कि दीक्षांत जैसे विशेष अवसरों पर हैंडलूम कपड़े के प्रयोग पर विश्वविद्यालय विचार करें। इसके बाद कई उच्च शैक्षणिक संस्थानों ने दीक्षांत समारोहों में परंपरागत वस्त्र की शुरुआत की थी।