शिक्षा क्षेत्र को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से इस बजट में काफी उम्मीदें थीं। वित्त मंत्री ने शनिवार को संसंद में बजट पेश करते हुए कहा कि भारत आने वाले साल में सबसे बड़ा देश होगा। सीतारमण ने कहा कि बजट का उद्देश्य सभी लोगों की आकांक्षाओं और उम्मीदों पर खरा उतरने का है।
इस बजट में तीन बातों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इनमें उम्मीदों का भारत, इकनॉमिक डेवलेपमेंट और केयरिंग समाज। इस बजट में शिक्षा के लिए 99,300 करोड़ का आवंटन हुआ है। वहीं स्किल डेवलपमेंट के लिए बजट 3000 करोड़ का बजट आवंटित हुआ है।
जल्द नई शिक्षा नीति की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि मार्च 2021 तक 150 उच्च शिक्षण संस्थान शुरू हो जाएंगे। इन संस्थानों में स्किल्ड प्रशिक्षण दिया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि क्वालिटी एजुकेशन के लिए डिग्री लेवल ऑनलाइन स्कीम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही नेशनल पुलिस यूनिवर्सिटी का प्रस्ताव रखा गया।
नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का भी प्रस्ताव रखा गया है। सीतारमण ने कहा कि डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए हर जिला अस्पताल के साथ मेडिकल कॉलेज बनेगा। इस बजट में शिक्षा के लिए 99,3000 करोड़ रुपये शिक्षा के लिए और 3000 करोड़ स्किल डेवलेपमेंट के लिए आवंटित किया गया है।