दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपनी जांच में एक अन्य बोर्ड को फर्जी पाया है। यह बोर्ड स्टूडेंट्स की फर्जी मार्कशीट बनाने और उन्हें एडमिशन देने का भी काम कर रहा है। 2017-18 शैक्षणिक वर्ष में इस बोर्ड के तहत कई छात्रों के एडमिशन की जांच करने के लिए संबंधित कॉलेजों को आदेश जारी कर सकता है। बीते साल दिसंबर में उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएचएसई) ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को सूचना दी थी।
बता दें कि बीते सप्ताह डीयू की ओर से बताया गया था कि दिल्ली बोर्ड ऑफ सेकंडरी और सीनियर सेकेंडरी एजुकेशन (डीबीएसएसईई) के तहत हुए प्रवेश के दौरान कुछ छात्रों की मार्कशीट फर्जी पाई गई थी।
वहीं इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि जांच जारी है। कुछ कॉलेजों की शिनाख्त की गई है जहां अनुचित तरीके से छात्रों का एडमिशन हुआ है। कटऑफ से कम मार्क्स पर भी दाखिला देने वाले कुछ ही कॉलेज हैं। वहीं शुरूआती जांच में पाया गया है कि कुछ सर्टिफिकेट्स या तो फर्जी हैं या फर्जी शिक्षा बोर्डों द्वारा जारी किए गए हैं।
मामले की जांच कर रहे डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। छात्रों को भी सावधान रहने की जरूरत है। जांच पूरी होने के बाद ही हम कॉलेज स्टाफ या प्रशासन की गड़बड़ी के बारे में जान पाएंगे लेकिन उम्मीद है कि काफी गड़बड़ी सामने आएगी। इसके अलावा हमें अगर 2016 या उससे पहले की भी शिकायत मिलेगी तो हम उसकी भी जांच करेंगे।