दिल्ली विश्वविद्यालय ने दिल्ली स्कूल ऑफ हेल्थ खोलने की घोषणा, हेल्थ पर रिसर्च को मिलेगा बढ़ावा
By प्रिया कुमारी | Published: May 18, 2020 11:09 PM2020-05-18T23:09:47+5:302020-05-18T23:09:47+5:30
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने कोरोना संकट के बीच इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस (IoE) स्कीम के तहत दिल्ली स्कूल ऑफ हेल्थ खोलने की घोषणा की है। इसे पब्लिक हेल्थ पर रिसर्च को बढ़ावा देने की मकसद से इसे शुरू किया जा रहा है।
कोरोना महामारी के बीच जनशक्ति और अनुसंधान की आवश्यकता का हवाला देते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय ने इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस (IoE) स्कीम के तहत दिल्ली स्कूल ऑफ हेल्थ खोलने की घोषणा की है। नए स्कूल के हेड श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर और पद्मश्री आर. एन. के. बमेज़ई होंगे, जो पब्लिक हेल्थ के नामी एक्सपर्ट हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने अधिसूचना जारी किया। इस स्कूल के प्लान डिजाइन और अकैडमिक प्रोग्राम के मैनेजमेंट के लिए 11 मेंबर की एडवाइजरी काउंसिल भी बना दी गई है। इनमे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से लेकर एम्स, नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी के कई एक्सपर्ट शामिल हैं। फील्ड में काम कर रहे कई फेमस प्रोफेशनल इस एडवाइजरी काउंसिल में शामिल होंगे। एडवाइजरी काउंसिल के हेड प्रोफेसर के. श्रीनाथ रेड्डी होंगे,श्रीनाथ रेड्डी एम्स के कार्डियॉलजी डिपार्टमेंट के हेड रह चुके हैं।
यूनिवर्सिटी का कहना है कि संक्रामक और असंक्रामक बीमारियों का पता लगाने, बचाव और उपचार के लिए लोगों को ट्रेन करना हमारी जिम्मेदारी है। वैज्ञानिक, तकनीकी और सामाजिक सप्लाई पर यह इंस्टिट्यूट फोकस करेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय को इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस का स्टेट एचआरडी मिनिस्ट्री से मिला है। जिसके तहत पांच साल में एक हजार करोड़ रुपये के फंड की मदद दी जाएगी, इस स्कीम के तहत ही यह स्कूल खोला जाएगा।
यूनिवर्सिटी का मानना है कि 'हेल्थ फॉर ऑल' के मिशन के साथ दिल्ली स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ भारत की तुरंत जरूरत है ताकि इस फील्ड के क्वालिफाइड लोग मिल सकें और रिसर्च हो सके। इसे पब्लिक हेल्थ पर रिसर्च को बढ़ावा देने की मकसद से इसे शुरू किया जा रहा है।