नई दिल्ली, 29 मार्च: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की परीक्षा फिर से करा रही है। सीबीएसई ने यह फैसला पेपर लीक के आरोपों के बाद लिया है। पेपर लीक होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले के आरोपियों को पकड़ने की हर संभव कोशिश कर रही है।
खबरों के मुताबिक पेपर लीक हो जाने के बाद महज कुछ ही घंटों में क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर में दस जगहों पर छापेमारी की थी। क्राइम ब्रांच की जांच का फोकस पूरा इस बात पर है कि आखिर कैसे सीबीएसई के पेपर लीक कैसे हुए?
सीबीआई ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर सीबीएसई मुख्यालय से तो पेपर लीक नहीं हुआ? सीबीआई ये भी जांच में पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पेपर लीक परीक्षा केंद्र से तो नहीं हुई ना?
वहीं इस मामले में दिल्ली के जंतर मंतर पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। विरोध कर रहे छात्रों की मांग है कि दो विषयों की नहीं बल्कि सीबीएसई सारे विषयों की परीक्षा दोबारा कराए।
सीबीएसई द्वारा दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि 23 मार्च को एक फैक्स मिला था। जिसमें शाम साढ़े 4 बजे के आसपास सीबीएसई को फैक्स भेज कथित पेपर लीक में एक कोचिंग संचालक और दो स्कूलों के शामिल होने की जानकारी दी थी। इसमें बताया गया था कि राजेंद्र नगर सेक्टर 8 में चल रहे कोचिंग के संचालक और राजेंद्र नगर के ही 2 स्कूलों पर पेपर लीक करने का आरोप लगाया गया था।