CBSE ने कक्षा 10वीं के छात्रों को दी बड़ी राहत, अब पास होने लिए चाहिए इतने मार्क्स
By धीरज पाल | Published: October 12, 2018 04:37 PM2018-10-12T16:37:16+5:302018-10-12T16:37:16+5:30
इससे पहले 10वीं की परीक्षा में पास होने के लिए थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में अलग-अलग 33-33 प्रतिशत मार्क्स लाने होते थे। इसके लिए बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (CBSE) ने हाल ही में इंग्लिश पेपर के पैटर्न में बड़ा बदलाव करने के बाद बोर्ड ने 10वीं के पासिंग क्राइटेरिया में बदलाव किया है। दरअसल, सीबीएसई ने 10वीं के छात्रों को बदलाव कर बड़ी राहत दे दिया है। बता दें कि बोर्ड ने 10वीं के छात्रों के लिए पासिंग क्राइटेरिया को आसान कर दिया है। बोर्ड ने अगले साल होने वाले एग्जाम में छात्रों को किसी सब्जेक्ट के थ्योरी और प्रेक्टिकल दोनों में मिलाकर कम से कम 33 फीसदी मार्क्स लाने होंगे।
इससे पहले 10वीं की परीक्षा में पास होने के लिए थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में अलग-अलग 33-33 प्रतिशत मार्क्स लाने होते थे। इसके लिए बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
बोर्ड ने परीक्षा पैटर्न में भी किया बदलाव
- अगले साल से पेपर में कुल 35 नंबर के सवाल पूछे जाएंगे। अभी तक 40 नंबर के सवाल पूछे जाते हैं।
- वहीं, सेक्शन ए रीडिंग में पैसेज की संख्या घटा दी गई है। अब केवल दो पैसेज ही होंगे।सीबीएसई के डायरेक्टर अकैडमिक जोसफ इमैन्वेल ने बदलावों को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है।
- पैसेज में सवालों का वर्गीकरण कर दिया गया है। अब यह दो पैसेज में बंटा होगा। पैसेज 1 में तीन तरह के सवाल पूछे जाएंगे। 1-1 नंबर के पांच बहुविकल्पीय सवाल होंगे, जो पहले 6 होते थे। 1-1 नंबर के 9 सवाल बहुत छोटे जवाब वाले होंगे, इसमें तीन शब्दावली पर आधारित होंगे।
- इसके अलावा 9 वेरी शॉर्ट आंसर टाइप प्रश्न पूछे जाएंगे।
- इसके अलावा सेक्शन ए से 30 नंबर के अब 19 सवाल पूछे जाएंगे। अब तक 30 नंबर के 20 सवाल पूछे जाते हैं।