बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षाः 43 हजार आंसर शीट हुईं गायब, एक हजार करोड़ के घोटाले का लगा आरोप
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 21, 2018 05:12 AM2018-06-21T05:12:50+5:302018-06-21T05:12:50+5:30
नवल किशोर ने कहा कि आनंद किशोर बच्चों को परेशान कर रहे हैं और खुद मुस्कुरा रहे हैं। उन्होंने बोर्ड की दुर्गति करवाई है। बच्चों की कॉपी आखिर कैसे चोरी हो जाती है? कॉपी मूल्यांकन के बगैर ही रिजल्ट निकल जाता है।
पटना, 21 जूनः बिहार बोर्ड के मैट्रिक परीक्षा की करीब 43,000 से अधिक उत्तर पुस्तिका के गायब होने पर बीएसईबी के कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है। वहीं, भाजपा विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने बुधवार बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर पर एक हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है।
नवल किशोर ने कहा कि आनंद किशोर बच्चों को परेशान कर रहे हैं और खुद मुस्कुरा रहे हैं। उन्होंने बोर्ड की दुर्गति करवाई है। बच्चों की कॉपी आखिर कैसे चोरी हो जाती है? कॉपी मूल्यांकन के बगैर ही रिजल्ट निकल जाता है।
नवल किशोर ने कहा कि उन्होंने वसुधा केंद्र के नाम पर 45 करोड़ से अधिक रुपए लिए थे। गरीबों और किसानों के बच्चों को दिगभ्रमति किया गया। जब वसुधा केंद्र काम नहीं कर रहा तो बच्चों को पैसा क्यों नहीं लौटाए गए? उसके बाद रिजल्ट के लिए दागदार कंपनी को मार्कशीट तैयार करने का टेंडर दिया जो बीच में काम छोड़कर भाग गई।
विधान पार्षद ने कहा कि आनंद किशोर के कार्यकाल की सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी जो ऑनलाइन फॉर्म भरने की बात कही जा रही है उसमें भी करोड़ों रुपए का व्यवसाय हो रहा है।
वहीं, इससे पहले राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि गोपालगंज से मैट्रिक परीक्षा उत्तर पुस्तिका गायब मामला उजागर होने से बोर्ड के साथ-साथ बिहार की छवि भी खराब हुई है। कॉपियां गायब होने से छात्रों के फिजिकल वेरीफिकेशन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गोपालगंज में मैट्रिक उत्तर-पुस्तिका घोटाला के उजागर होने के बाद गिरफ्तार एसएस बालिका इंटर स्कूल के प्राचार्य को बुधवार तड़के एसआईटी की टीम गोपालगंज लेकर पहुंची। एसआईटी ने संभावित ठिकानों पर छापामारी की। इस कारण बुधवार को आने वाला रिजल्ट एक सप्ताह के लिए टालना पड़ा।
बीते दिन बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर कार्यालय आए तो कॉपियों के गायब होने को लेकर हलचल बढ़ गई। लोगों के अंदर जाने पर रोक लगा दी गई। सुरक्षा में तैनात जवानों ने पूछने पर बताया कि अंदर मैट्रिक के टॉपर छात्रों का सत्यापन चल रहा है। वैसे बिहार बोर्ड के अध्यक्ष का कहना है कि मैट्रिक की कॉपियों को गायब होने का असर मैट्रिक के रिजल्ट पर नहीं पड़ेगा। कॉपियों का मूल्यांकन पहले ही हो चुका है और अंक पत्र बोर्ड पहुंच चुका है। उसके आधार पर ही रिजल्ट तैयार किया जा रहा है।
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