तिहाड़ में उम्रकैद की सजा काट रहे यासीन मलिक ने खत्म की भूख हड़ताल, जेल अधिकारियों ने दी जानकारी

By शिवेंद्र राय | Published: August 2, 2022 10:12 AM2022-08-02T10:12:09+5:302022-08-02T10:15:06+5:30

आतंकी फंडिंग के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे प्रतिबंधित जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक ने तिहाड़ जेल में पिछले 10 दिन से जारी भूख हड़ताल समाप्त कर दी है। जेल अधिकारियों ने कहा कि यासिन मलिक ने दिल्ली जेल के महानिदेशक (डीजी) संदीप गोयल के अनुरोध पर अपनी भूख हड़ताल दो महीने के लिए टाल दी है।

Yasin Malik the head of the banned JKLF discontinues hunger strike after 10 days | तिहाड़ में उम्रकैद की सजा काट रहे यासीन मलिक ने खत्म की भूख हड़ताल, जेल अधिकारियों ने दी जानकारी

यासीन मलिक दिल्ली की बेहद सुरक्षित तिहाड़ जेल में बंद है

Highlightsतिहाड़ में यासीन मलिक ने समाप्त की अपनी भूख हड़तालदिल्ली जेल के महानिदेशक अनुरोध पर भूख हड़ताल दो महीने के लिए टालीआतंकी फंडिंग के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है यासिन मलिक

नई दिल्ली: कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने तिहाड़ जेल में पिछले 10 दिन से जारी अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी है। प्रतिबंधित जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के 56 साल के प्रमुख यासीन मलिक को  जम्मू में एक आतंकी मामले में शारीरिक रूप से पेश होने की अनुमति नहीं मिली थी। इसी के खिलाफ यासीन मलिक ने तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि यासीन मलिक को इस बारे में बताया गया कि उनकी मांगों से संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जेल अधिकारियों से सूचना मिलने के बाद यासिन मलिक ने अपनी भूख हड़ताल वापस ले ली।

तिहाड़ जेल प्रशासन के बयान में  कहा गया, "दोषी यासीन मलिक जो 22 जुलाई से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर थे, ने आज 1 अगस्त की शाम को डीजी जेलों के अनुरोध पर अपना उपवास बंद कर दिया है। डीजी ने उन्हें बताया कि उनके द्वारा उठाई गई मांगों को संबंधित उच्च अधिकारियों तक भेज दिया गया है। उन्हें निर्णय के बारे में सूचित किया जाएगा। यासीन मलिक ने कहा कि वह दो महीने की अवधि के लिए अपनी भूख हड़ताल को टाल रहा है।"

बता दें कि दिसंबर 1989 में पूर्व गृह मंत्री और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण के मामले में 13 जुलाई 2022 को यासिन मलिक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जम्मू की एक विशेष अदालत के सामने पेश किया गया था। 
इसी मामले में विशेष आतंकवादी और विघटनकारी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (टाडा) अदालत के समक्ष शारीरिक रूप से पेश होने के लिए यासीन मलिक ने सरकार को चिठ्ठी लिखी थी।

फिलहाल, प्रतिबंधित जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) का 56 साल का प्रमुख यासीन मलिक आतंकी फंडिंग के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है। यासीन मलिक दिल्ली की बेहद सुरक्षित तिहाड़ जेल में बंद है।

Web Title: Yasin Malik the head of the banned JKLF discontinues hunger strike after 10 days

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