इस वजह से हुई मुन्ना बजरंगी की हत्या, पूर्वांचल के सफेदपोश ने दी थी 10 करोड़ की सुपारी
By पल्लवी कुमारी | Published: July 14, 2018 09:10 AM2018-07-14T09:10:51+5:302018-07-14T09:10:51+5:30
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश देकर जेलर, डिप्टी जेलर समेत 4 जेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। हत्या का शक जेल में ही बंद गैंगस्टर सुनील राठी पर था।
लखनऊ, 14 जुलाई: उत्तर प्रदेश में 4 लेयर सिक्योरिटी के बाद भी बागपत जेल के अंदर मुन्ना बजरंगी की हत्या ने राज्य के सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। बागपत जेल में 9 जुलाई की सुबह माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की दस गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। जिसका आरोप बागपत जेल में ही बंद गैंगस्टर सुनील राठी पर ही था लेकिन इस मामले में अब पूर्वांचल कनेक्शन देखने को मिल रहा है।
पुलिस को इस बात का पूरा शक है कि सुनील राठी तो महज सिर्फ एक मोहरा था। इस घटना का सूत्रधार तो पूर्वांचल का एक सफेदपोश ही है। पुलिस के मुताबिक मुन्ना बजरंगी की हत्या करने के लिए 10 करोड़ रुपए की सुपारी दी गई थी। हालांकि पुलिस इस मामले की फिलहाल जांच कर रही है।
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स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में मुन्ना बजरंगी में जौनपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाला था। शायद यही बजरंगी के हत्या की मुख्य वजह बनी। बजरंगी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहता था। इसी मामले में एक बाहुबली से उसकी वर्चस्व की लड़ाई भी चल रही थी। उस बाहुबली को ही वह चुनाव में खड़ा होकर टक्कर करना चाहता था। बता दें कि बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह भी बाहुबली पर हत्या का आरोप लगा चुकी है।
पुलिस के मुताबिक जेल में बजरंगी की हत्या से एक दिन पहले जौनपुर के एक बैंक से करीब सात करोड़ रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ। तीन करोड़ रुपये वहीं के दूसरे बैंक से निकाले गए। इसलिए 10 करोड़ की सुपारी का जिक्र जांच में सामने आया है। फिलहाल पुलिस बैंक डिटेल निकलवाने में लगी है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश देकर जेलर, डिप्टी जेलर समेत 4 जेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। सुनील राठी ने इधर पूछताछ के बाद पुलिस को बताया था कि उसने कहा है मुन्ना ने उसके लुक पर कॉमेंट किया था। जिसके बाद वह काफी भड़क गया था और गुस्से में आकर उसने गोलियां चला दी।
रविवार 8 जुलाई को ही मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल से बागपत जेल ट्रांसफर किया गया था। सोमवार को बागपत में रेलवे से जुड़े एक मामले में कोर्ट में सुनावई होनी थी। इसी वजह से रविवार की रात 9 बजे ही मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
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