यूपी: 70 लाख हड़पने की आरोपी इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान ने किया सरेंडर, जानें क्या है पूरा मामला
By भाषा | Published: November 8, 2019 02:48 PM2019-11-08T14:48:27+5:302019-11-08T14:48:27+5:30
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक लिंक रोड क्षेत्र के एटीएम से सीएमएस के कर्मचारियों द्वारा गबन कराए जाने का ये मामला है। एक ही थाने से सात पुलिसकर्मी के पास से 45 लाख 81 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद जिले के लिंक रोड थाने में एसएचओ रहते हुए बरामदगी की रकम में से 70 लाख रुपये हड़पने की आरोपी इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान ने यहां की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। चौहान ने भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में आत्मसमर्पण करने की अर्जी दी थी। उनके वकील जगदीश पावटी ने बताया कि चौहान के साथ एक सिपाही धीरज भारद्वाज ने आज विशेष न्यायालय संख्या एक में आत्मसमर्पण कर दिया।
अदालत ने आरोपी इंस्पेक्टर चौहान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने चौहान और अन्य आरोपी पुलिसकर्मियों पर 25-25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की थी। चौहान के साथ सिपाही धीरज भारद्वाज ने भी मेरठ में भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। कुछ दिन पहले चौहान समेत सभी आरोपी पुलिसकर्मियों की अग्रिम जमानत याचिका उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी थी।
साहिबाबाद साइट-4 औद्योगिक क्षेत्र स्थित सीएमएस इंफो सिस्टम कंपनी ने 22 अप्रैल को लिंक रोड थाने में कंपनी के कैश कस्टोडियन एजेंट राजीव सचान पर करीब 72.50 लाख रुपये के गबन का मामला दर्ज कराया था। जांच में मामला साढ़े तीन करोड़ रुपये के गबन का निकला। पुलिस ने 24 सितंबर की रात राजीव सचान को साथी आमिर के साथ गिरफ्तार कर उनसे 1.15 करोड़ रुपये बरामद किए थे लेकिन आरोपी पुलिसकर्मियों ने इसमें से लगभग 70 लाख रुपये कथित तौर पर हड़प लिये थे।
शिकायत मिलने पर एसएसपी ने लिंक रोड की तत्कालीन एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। साथ ही सभी के खिलाफ लिंक रोड थाने में मुकदमा दर्ज किया था। तभी से सभी पुलिसकर्मी फरार चल रहे हैं।