प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले कुख्यात हत्यारे विजय उर्फ उस्मान को मुठभेड़ में मार गिराये जाने के बाद यूपी पुलिस ने बयान जारी करके बताया है कि वो भगोड़े अपराधी उस्मान को जिंदा पकड़ना चाहते थे ताकि उससे उमेश पाल हत्याकांड के असल तह तक पहुंच सकें लेकिन चूंकि उसने पुलिस दल पर हमला कर दिया। इस कारण पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया।
उस्मान मुठभेड़ के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के अतरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि मारा गया अपराधी विजय उर्फ उस्मान बेहद शातिर हिस्ट्रीशीटर था। उसने न केवल उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम दिया था बल्कि उसके गुनाहों की लिस्ट बेहद लंबी है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस टीम का पूरा प्रयास था उस्मान की गिरफ्तारी हो सके ताकि उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना में उससे पूछताछ करके उनके इरादों की पड़ताल हो सके लेकिन उस्मान ने पुलिस टीम को देखते ही गोली चलानी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस को आत्मरक्षा में फायर झोंकना पड़ा और प्रयागराज सहित अन्य जनपदों के लिए सिरदर्द बना उस्मान मारा गया।
पत्रकारों के पुलिस मुख्यालय लखनऊ में बात करते हुए प्रशात कुमार ने कहा कि उमेश पाल हत्याकांड में हमारी विवेचना जारी है। हत्यारों की धर-पकड़ के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है और उन्हें जल्द ही सफलता मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस फरार आरोपियों पर करीबी निगाह बनाये हुए है और जो भी नामजद हत्यारों को शरण देने का कार्य करेगी, पुलिस उनके खिलाफ भी कानून सम्मत कड़ी कार्रवाई करेगी।
मालूम हो कि बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह रहे उमेश पाल की बीते 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज स्थित सुलेम सराय में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल बाहुबली अतीक अहमद के खिलाफ राजू पाल हत्याकांड में गवाह था।
इससे पहले 27 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद मामले में एक अन्य आरोपी अरबाज को यूपी पुलिस ने धूमनगंज स्थित नेहरू पार्क में हुए एनकाउंटर में मार गिराया था। बताया गया कि उमेश पाल की हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था, उसे अरबाज ही चला रहा था। वहीं आज सुबह में करीब पांच-साढ़े पांच बजे कौंधियारा थाना क्षेत्र में पुलिस ने विजय उर्फ उस्मान को ढेर कर दिया। उस्मान 50 हजार का इनामिया बदमाश था।