UP Crime News: अयोध्या सर्किट हाउस से ठग अनूप चौधरी अरेस्ट, केंद्र सरकार के कई मंत्रियों तक सीधी पहुंच, अफसरों की कृपा से हासिल किया था सरकारी गनर, यूपी एसटीएफ़ ने ऐसे दबोचा
By राजेंद्र कुमार | Published: October 25, 2023 06:01 PM2023-10-25T18:01:14+5:302023-10-25T18:02:50+5:30
UP Crime News: योगी सरकार में अफसरों की कृपा से गनर पाने वाले इस ठग अनूप चौधरी को बीती रात यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ़) ने अयोध्या में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में बने रहे भगवान राम के भव्य मंदिर की वजह से वहां के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की निगाहे हैं. इसके बाद भी केंद्र सरकार के कई मंत्रियों तक अपनी पहुंच बताकर भगवान राम के बन रहे मंदिर का निरीक्षण करने एक ठग पहुँच गया.
योगी सरकार में अफसरों की कृपा से गनर पाने वाले इस ठग अनूप चौधरी को बीती रात यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ़) ने अयोध्या में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. अनूप चौधरी अयोध्या के सर्किट हाउस में रुका था. एसटीएफ़ के अधिकारियों के अनुसार,अनूप चौधरी केंद्र और यूपी के कई मंत्रियों का करीबी बन कर लोगों को ठगता रहा.
अयोध्या के रहने वाले इस ठग को एसटीएफ जल्दी ही रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. अनूप चौधरी के फेसबुक पेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उसकी फोटो है, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और देवेंद्र फणनवीस के साथ फोटो हैं.
एसटीएफ़ की गिरफ्त में आने पर अनूप चौधरी ने खुद को रेल मंत्रालय के सलाहकार समिति का मेंबर बताया और भाजपा नेता बताया. उसे यूपी पुलिस की तरफ़ से सरकारी गनर भी मिला था. एसटीएफ़ के अधिकारियों के अनुसार, उन्हे यह शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम काज के प्रचार प्रसार के नाम पर अयोध्या में लोगों से ठगी कर रहा है.
ऐसी ही एक शिकायत पर कुछ समय पहले एसटीएफ़ ने संजय शेरपुरिया नाम के एक ठग को पकड़ा था. जिसके चलते एसटीएफ़ ने इस शिकायत पर गोपनीय तरीके से जांच शुरू की और अयोध्या के सर्किट हाउस में टिके अनूप चौधरी उस समय गिरफ्तार किया जब वह स्कॉर्पियो गाड़ी से सत्येन्द्र वर्मा नाम के एक व्यक्ति के साथ रामलला के दर्शन के लिए जा रहा था.
सत्येन्द्र वर्मा ने एसटीएफ़ के अधिकारियों को बताया कि वह लखनऊ का रहने वाला है और अनूप चौधरी ने उसे धार्मिक जगहों का दर्शन कराने के लिए एक हेलिकॉप्टर कंपनी बनाने का सुझाव दिया हैं. वह उसके साथ रामलला के दर्शन के लिए जा रहा था. अनूप चौधरी को सर्किट हाउस में ठहरने की अनुमति कैसे मिली और उसे योगी सरकार से सरकारी गनर कैसे मिला. एसटीएफ़ इसकी जांच कर रही है.
तीन राज्यों में अनूप के खिलाफ केस दर्ज :
अब तक की जांच में एसटीएफ़ को यह पता चला है कि केंद्र और प्रदेश की सरकार के कई मंत्रियों के यहां अनूप चौधरी का आना-जाना था. अनूप के मोबाइल फोन से यूपी के कुछ सीनियर मंत्रियों, नेताओं और अफसरों के व्हाट्सएप चैट भी मिले हैं. अनूप चौधरी का एक वीडियो भी एसटीएफ़ को मिला है, जिसमें वह अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन करते हुए नजर आ रहा है.
वो भी पूरे प्रोटोकॉल के साथ. बताया जा रहा है कि उसने कुछ टीवी न्यूज़ चैनलों के कांक्लेव को भी प्रायोजित किया था. एक बड़े न्यूज चैनल में अनूप के इंटरव्यू की क्लिप भी एसटीएफ़ को मिली है. एसटीएफ़ के अधिकारियों के अनुसार, अनूप चौधरी के खिलाफ तीन राज्यों में धोखाधड़ी के मुकदमे चल रहे हैं.
राजस्थान के जयपुर और उत्तराखंड के नैनीताल जिले में उस पर केस दर्ज हैं. अनूप चौधरी काम कराने के बदले उद्योगपतियों से लाखों रुपए ठग लिया करता था. उसने कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी की थी, इसकी जांच एसटीएफ़ करने में जुट जुटी है.
अनूप की गिरफ्तारी पर राजनीति शुरू :
फिलहाल अनूप चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर यूपी में राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार में ठगों का राज चल रहा है. कांग्रेस ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमे भाजपा के कई बड़े नेताओं के संग अनूप चौधरी की तस्वीरें हैं.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि सूबे की सरकार में तो सारे ठग जेल जा रहे हैं. सार्वजनिक जीवन में तो कोई भी किसी के साथ फोटो बनवा सकता है. समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता सुनील यादव ने भी अनूप की गिरफ्तारी पर यह कहा कि सच तो यही है कि आज की तारीख में अनूप चौधरी भाजपा का नेता है.