Coronavirus: लॉकडाउन के बीच बंगाल के बदुरिया में राहत सामग्री को लेकर झड़प, तीन पुलिसकर्मी घायल
By भाषा | Updated: April 22, 2020 20:49 IST2020-04-22T20:49:58+5:302020-04-22T20:49:58+5:30
कोरोना वायरस के मद्देनजर पूरे देश में लॉकडाउन 3 मई तक जारी है। ऐसे में पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के बदुरिया इलाके से स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़प का मामला सामने आया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें लॉकडाउन के दौरान उन्हें राहत सामग्री नहीं दी जा रही है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोलकाता:पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के बदुरिया इलाके में बुधवार को प्रदर्शन कर रहे स्थानीय लोगों के साथ झड़प में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थानीय लोगों का आरोप था कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें राहत सामग्री नहीं दी जा रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बदुरिया में दासपाड़ा के निवासी सुबह से ही राहत सामग्री के सवाल पर विरोध कर रहे थे। उन्होंने पास की एक सड़क को जाम कर दिया था। अधिकारियों ने बताया कि दोपहर में पुलिस का एक दल मौके पर पहुंचा और प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से अपने घरों को लौटने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि उन्हें आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया जाएगा। इसके बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा तो पुलिस ने बल प्रयोग किया। अधिकारियों के अनुसार इसके बाद स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प शुरू हो गयी और स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। उन्होंने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटना में तीन पुलिसकर्मी और कुछ स्थानीय लोग घायल हुए हैं।
राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि एक स्थानीय पार्षद ने इलाके के लोगों से कहा कि उन्हें अतिरिक्त राहत सामग्री प्रदान की जाएगी। इसके बाद यह घटना हुयी। उन्होंने कहा, 'जब मुझे इस घटना के बारे में पता चला तो मैंने इसके बारे में पता किया और पाया कि क्षेत्र के सभी परिवारों को राज्य सरकार द्वारा मुफ्त राशन दिया जा रहा है। गड़बड़ी तब शुरू हुयी जब स्थानीय पार्षद ने व्यक्तिगत रूप से कुछ राहत सामग्री देने का वादा किया लेकिन वह सभी सभी परिवारों को राहत सामग्री प्रदान करने में विफल रहे।' मंत्री तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रखंड विकास अधिकारी से कहा है कि वे विरोध कर रहे लोगों को राहत सामग्री प्रदान करें।