राजनयिकों के नाम पर विदेशों से मंगवाते थे लग्जरी कार, करोड़ों की कस्टम ड्यूटी चुराने वाले गैंग का पर्दाफाश
By वैशाली कुमारी | Updated: July 18, 2021 09:21 IST2021-07-17T20:04:46+5:302021-07-18T09:21:05+5:30
राजस्व आसूचना निदेशालय यानी डीआरआई ने विदेशों से राजनयिकों के नाम पर लग्जरी कारों को भारत लाकर तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है।

डीआरआई ने विदेशों से राजनयिकों के नाम पर लग्जरी कारों को भारत लाकर तस्करी करने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया है।
राजस्व आसूचना निदेशालय यानी डीआरआई ने विदेशों से राजनयिकों के नाम पर लग्जरी कारों को भारत लाकर तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह राजनयिकों के नाम का इस्तेमाल कर करीब 204 फीसद कस्टम ड्यूटी बचाता था। गिरोह के बारे में पता लगते ही डीआरआई ने ऑपरेशन मोंटी कार्लो को लांच किया और गिरोह के सदस्यों की हरकतों पर पैनी नजर रखनी शुरू कर दी।
इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें गुरुग्राम में लग्जरी गाड़ियों की डीलिंग करने वाली कंपनी का सीईओ भी शामिल है। डीआरआई का मानना है कि जांच में कई बड़े नाम भी सामने आ सकते हैं। डीआरआई ने मुंबई में इस गैंग का पर्दाफाश किया।
डीआरआई की जांच में सामने आया कि अफ्रीकन देशों से ताल्लुक रखने वाले डिप्लोमेट के नाम पर एक कार मंगवाई गई और उसके मुंबई पहुंचते ही गैंग के सदस्य कार को ट्रांसपोर्ट व्हीकल पर लादकर अंधेरी ले गए। जहां डीआरआई ने उन्हें धर दबोचा। सिर्फ मुंबई ही नहीं देश के 7 शहरों में यह ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें 6 गाड़ी पकड़ी गई।
डीआरआई की जांच में खुलासा हुआ है कि अभी तक गैंग ने 20 से ज्यादा डिप्लोमेट्स के नाम का इस्तेमाल किया है और कारें मंगवाई हैं। डिप्लोमेट्स और उनके परिवार के लोगों को भारत में इंपोर्ट करके लाई गई गाड़ी पर कस्टम ड्यूटी नहीं भरनी पड़ती थी, जिसके चलते गैंग के सदस्यों ने यह तरीका अपनाया। इसके चलते उन्हें 204 फीसद की बचत हो जाती थी। ऐसा करके वह एक मोटी रकम बचाते थे।
डीआरआई की जांच में यह भी सामने आया कि अब तक इन आरोपियों ने करीब 25 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी की चोरी की है।