बेटी ने मां का काटा गला, दोस्त के साथ मिलकर दिया हत्याकांड को अंजाम, जानिए क्या थी वजह
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: February 21, 2022 10:30 IST2022-02-21T10:24:36+5:302022-02-21T10:30:44+5:30
हत्या के बाद पीड़िता सुधा की बेटी देवयानी ने ही मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि सुधा अपने घर में बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़ी थीं और उनकी गर्दन पर जख्म के गहरे निशान थे।

बेटी ने मां का काटा गला, दोस्त के साथ मिलकर दिया हत्याकांड को अंजाम, जानिए क्या थी वजह
दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में हत्या की ऐसी वारदात सामने आयी है, जिसे सुनकर रिश्तों पर भरोसा करना मुश्किल हो रहा है। जी हां, एक बेटी ने चंद रुपयों की खातिर ब्लेड से उस मां का गला काट डाला, जिसने 9 महीने अपनी कोख में रखकर उसकी परवरिश की थी।
मानवीय रिश्तों को झंकझोर देने वाली यह घटना दक्षिण दिल्ली के अबेडकर नगर थाने की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक 55 साल की अधेड़ महिला की कथित नृशंस हत्या उसकी अपनी ही बेटी ने की और उसके एक दोस्त ने इस खौफनाक वारदात में हिस्सेदारी निभाई। पुलिस का कहना है कि बेटी ने मां को सिर्फ इसलिए मार डाला क्योंकि उसने पैसे देने से इनकार कर दिया था।
इतना ही नहीं हत्या करने के बाद आरोपियों ने पुलिस को बरगलाने की भी कोशिश की और झूठा बयान दिया कि लुटेरों ने लूट की नियत से घर पर धावा बोला और झगड़े को दौरान महिला को मार डाला। पुलिस ने पीड़िता सुधा रानी की हत्या के आरोप में उनकी बेटी देवयानी चौहान और उसके दोस्त कार्तिक चौहान को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले में दक्षिण दिल्ली की डीसीपी बेनिता मैरी जैकर ने बताया कि सुधा की बेटी देवयानी ने ही मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि सुधा अपने घर में बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़ी थीं। उनकी गर्दन पर जख्म के गहरे निशान थे।
बेटी देवयानी ने पुलिस को बताया कि दो अंजान शख्स उनके घर में घुसे और बंदूक की नोक पर लूटपाट की। जब मां ने उनका विरोध किया तो उन्होंने उसकी मां को मार डाला। लेकिन मौके पर पहुंची फौरेंसिक टीम ने जब सुधा की खून से लथपथ लाश को ध्यान से देखा तो उन्हें उससे "संघर्ष" के कोई सबूत नहीं मिले। सुधा के शरीर पर मौजूद गहने कथित तौर पर एकदम सही हालत में थे।
डीसीपी बेनिता मैरी जैकर ने बताया, “हमने देवयानी का बयान दर्ज तो किया लेकिन हमने उसकी गतिविधियों को संदिग्ध पाया। घटना स्थल का निरीक्षण किया गया और उसके बाद पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की, जिसमें उसने सारा सच कबूल दिया।"
देवयानी ने कथित तौर पर अपने अपराध को स्वीकार करते हुए बताया कि उसने अपने दोस्त कार्तिक के सहयोग से मां की हत्या कर दी क्योंकि उसकी मां उसे पैसे नहीं दे रही थी। दोनों ने हत्या के लिए पहले सुधा की चाय में नींद की दवा डालकर दे दिया और उसके बाद जैसे ही सुधा को नींद आयी। दोनों कथित तौर पर ब्लेड से उनका गला काट दिया।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता सुधा रानी घर के पास ही एक दुकान चलाती थीं। इसके अलावा वो भाजपा की कार्यकर्ता भी थीं और साल 2007 में अंबेडकर नगर से एमसीडी चुनाव में भी खड़ी हुई थी।