कोर्ट में ही अतीक को मारने का था प्लान, इस बड़े गैंगे से आरोपियों ने लिए थे हथियार, सनी सिंह ने पुलिस पूछताछ में किए कई खुलासे

By अनिल शर्मा | Updated: April 20, 2023 12:05 IST2023-04-20T11:54:28+5:302023-04-20T12:05:53+5:30

Atiq-Ashraf killing: सनी और उसके साथियों को दिल्ली के जितेंद्र गोगी गिरोह के संपर्कों से हथियार मिले थे। वे कानपुर के बाबर के जरिए गोगी गैंस से जुड़े और उन्हें हथियार मुहैया कराया। जितेंद्र गोगी गैंग इन तीनों से एनसीआर में बड़ी घटना कराना चाहता था।

Sunny Singh plan to kill Atiq-Ashraf in court made many revelations in police interrogation | कोर्ट में ही अतीक को मारने का था प्लान, इस बड़े गैंगे से आरोपियों ने लिए थे हथियार, सनी सिंह ने पुलिस पूछताछ में किए कई खुलासे

कोर्ट में ही अतीक को मारने का था प्लान, इस बड़े गैंगे से आरोपियों ने लिए थे हथियार, सनी सिंह ने पुलिस पूछताछ में किए कई खुलासे

Highlightsसनी सिंह के मुताबिक, वे 13 अप्रैल को कोर्ट में ही अतीक और उसके भाई अशरफ को मारने चाहते थे। सभी आरोपी 12 अप्रैल को लखनऊ से बस से प्रयागराज पहुंचे थे। 15 अप्रैल को अस्पताल की रेकी की थी और दो नए मोबाइल खरीदे थे।

Atiq-Ashraf killing: माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याकांड में पकड़े गए तीनों आरोपियों से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है। तीनों आरोपी- लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह चार दिन की पुलिस रिमांड में हैं। पूछताछ के दौरान सनी सिंह ने हत्याकांड से जुड़े कई खुलासे किए हैं।

सनी सिंह के मुताबिक, वे 13 अप्रैल को कोर्ट में ही अतीक और उसके भाई अशरफ को मारने चाहते थे। सभी आरोपी 12 अप्रैल को लखनऊ से बस से प्रयागराज पहुंचे थे। और कालविन अस्पताल से डेढ़ किलोमीटर दूर रेलवे स्टेशन के सामने होटल में रुके थे। 15 अप्रैल को अस्पताल की रेकी की थी और दो नए मोबाइल खरीदे थे, लेकिन फर्जी आईडी की वजह से सिमकार्ड नहीं मिल पाया।

पुलिस सूत्रों के हवाले से कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सनी और उसके साथियों को दिल्ली के जितेंद्र गोगी गिरोह के संपर्कों से हथियार मिले थे। वे कानपुर के बाबर के जरिए गोगी गैंस से जुड़े और उन्हें हथियार मुहैया कराया। जितेंद्र गोगी गैंग इन तीनों से एनसीआर में बड़ी घटना कराना चाहता था।

गौरतलब है कि सितंबर 2021 में जितेंद्र गोगी की रोहिणी कोर्ट में हत्या हो गई थी। एनसीआर कनेक्शन के चलते ही गैंग ने सनी, लवलेश और अरुण को एनसीआर चैनल की आईडी, बड़ा कैमरा, आई कार्ड दिया था। सनी सिंह ने यह भी कहा कि वह लॉरेंस बिश्नोई की तरह बनना चाहते थे। तीनों आरोपी फर्जी पत्रकार बनकर आए और पुलिस घेरे के बीच अतीक और उसके भाई को गोलियों से भून डाला। सनी ने बताया कि वह मरना नहीं चाहते थे, इसलिए सरेंडर किया और जय श्रीराम का नारा उन्होंने डर पर काबू पाने के लिए लगाया था।

मामले में यूपी सरकार ने एक इंस्पेक्टर समेत 5 पुलिसवालों को निलंबित कर दिया है। तीनों आरोपी 4 दिन की पुलिस रिमांड में हैं। सनी सिंह की क्राइम हिस्ट्री से पता चला है कि उसने कई जिलों में अपराध किया है। साल 2019 में अपने एक साथी के साथ स्कार्पियो गाड़ी लूटकर भागने के दौरान कदौरा पुलिस से उसकी मुठभेड़ भी हुई थी।

Web Title: Sunny Singh plan to kill Atiq-Ashraf in court made many revelations in police interrogation

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