छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एसटीएफ जवान ने की खुदकुशी, दो सालों में यहां 50 जवान कर चुके हैं आत्महत्या
By भाषा | Updated: March 12, 2020 11:43 IST2020-03-12T11:43:37+5:302020-03-12T11:43:37+5:30
छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले महीने विधानसभा में बताया था कि राज्य में पिछले लगभग दो वर्ष के दौरान पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 50 जवानों ने आत्महत्या की है। इनमें से 18 जवानों ने राज्य के बस्तर क्षेत्र के छह जिलों में आत्महत्या की है।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एसटीएफ जवान ने की आत्महत्या, कारण स्पष्ट नहीं
दंतेवाड़ाः छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के एक जवान ने बृहस्पतिवार तड़के अपनी सर्विस राइफल से कथित रूप से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बृहस्तपतिवार को ‘भाषा’ को दूरभाष पर बताया कि जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पोटाली शिविर में एसटीएफ के जवान रामाराम स्वामी ने खुद को गोली मार ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तड़के शिविर के जवानों ने बैरक में गोली चलने की आवाज सुनी।
जब उन्होंने वहां जाकर देखा तब रामाराम गंभीर हालत में वहां पड़े हुए थे। उन्होंने बताया कि शिविर के जवानों ने घटना की जानकारी अपने अधिकारियों को दी और रामाराम को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि रामाराम ने खुदकुशी क्यों की है इस संबंध में जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष नवंबर महीने में धुर नक्सल प्रभावित अरनपुर के पोटली में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, डीआरजी और एसटीएफ के लिए शिविर की स्थापना की गई थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रामाराम राजस्थान के सीकर जिले के चला गांव के निवासी थे। उनके परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर जिले में इस महीने की चार तारीख को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान ने अपनी सर्विस राइफल से कथित रूप से खुद को गोली मार ली थी। छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले महीने विधानसभा में बताया था कि राज्य में पिछले लगभग दो वर्ष के दौरान पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 50 जवानों ने आत्महत्या की है। इनमें से 18 जवानों ने राज्य के बस्तर क्षेत्र के छह जिलों में आत्महत्या की है।