Moose Wala Killing: शार्पशूटर महाकाल ने 3 महीने की थी गायक की रेकी, बिश्नोई गैंग को दी पल-पल की खबर, हत्या के बाद नेपाल भाग जाने को कहा गया
By अनिल शर्मा | Published: June 10, 2022 10:31 AM2022-06-10T10:31:21+5:302022-06-10T10:51:23+5:30
गिरफ्तारी के बाद पुणे ग्रामीण क्राइम ब्रांच ने महाकाल को संगमनेर के उसके ठिकाने पर ले जाकर सर्च ऑपरेशन भी किया और कई अहम जानकारियां, सबूत इकट्ठे किए।
चंडीगढ़ः पंजाबी गायक और राजनेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपियों को पकड़ने में पंजाब पुलिस ने अपने अभियान तेज कर दिए हैं। हत्या में शामिल पहले शार्पशूटर सिद्धेश हीरामन कांबले उर्फ सौरभ महाकाल को पुणे से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद पुणे ग्रामीण क्राइम ब्रांच ने महाकाल को संगमनेर के उसके ठिकाने पर ले जाकर सर्च ऑपरेशन भी किया और कई अहम जानकारियां, सबूत इकट्ठे किए।
पंजाब पुलिस के मुताबिक हत्या में शामिल पांच अन्य आरोपियों की भी पहचान कर ली गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने अब तक 8 शार्पशूटर्स की पहचान की है, जिनमें महाकाल और जाधव भी शामिल हैं। महाकाल ने बताया है कि उसे यकीन नहीं था कि उसे पकड़ लिया जाएगा। उसने पुलिस के बताया है कि मूसेवाला की हत्या के बाद बिश्नोई गैंग का फोन आया और उसे बताया गया कि काम हो गया है उसके हिस्से के पैसे मिल जाएंगे। सौरभ महाकाल ने यह भी कहा है कि कुछ दिन पहले बिश्नोई गैंग के अहम सदस्य का फोन आया था और उसे देश छोड़ नेपाल भाग जाने को कहा गया।
जानकारी के मुताबिक, मूसेवाला की हत्या के लिए सौरभ महाकाल अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली और गनमैन संतोष जाधव के साथ पंजाब गया था। सालों पहले अपने साथियों के साथ पंजाब गया था और जगह की रेकी की थी। पूछताछ में सौरभ महाकाल ने बताया है कि कुछ साल पहले वह संतोष जाधव के साथ 3 से 4 बार पंजाब आया था। उस दौरान उसकी मुलाकात वहां लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों से हुई थी। उसने कबूल किया है कि लॉरेंस बिश्नोई को वह पहले से जानता था।
पंजाब में रेकी के दौरान महाकाल की बिश्नोई गैंग के सदस्यों सुक्खी, गुरी, परम से उसकी दोस्ती हो गई। बकौल सौरभ महाकाल, बिश्नोई गैंग के सदस्य उसकी सूझबूझ के कायल थे। बिश्नोई गैंग के सदस्यों ने सिद्धू मूसेवाला की रेकी करने को कहा और काम पूरा होने पर 3.5 लाख रुपये मिलने का भरोसा दिया।
बयान में सौरभ महाकाल ने खुलासा किया कि उसके अलावा केकड़ा और अन्य कुछ लोग भी मूसेवाला की रेकी कर रहे थे। उसने बताया कि 3 महीने तक मूसेवाला का पीछा किया। रेकी के दौरान मूसेवाला की वॉक, कब घर से निकलता है, कहां जाता है और किससे मिलता है, की जानकारी बिश्नोई गैंग तक पहुंचाई।