सुनंदा पुष्कर की 'मर्डर मिस्ट्री' से उठा पर्दा, 'सीक्रेट नोट' में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे
By कोमल बड़ोदेकर | Published: March 13, 2018 06:01 AM2018-03-13T06:01:36+5:302018-03-13T06:07:52+5:30
17 जनवरी 2014 को दिल्ली के लीला पैलेस होटल के एक कमरे में कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की लाश संदिग्ध हालत में मिली थी।
नई दिल्ली, 13 मार्च। कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत पर रहस्य अब और गहरा गया है। जांच कर रही दिल्ली पुलिस की एक टीम ने इस 'मर्डर मिस्ट्री' को लेकर कहा है कि सुनंदा पुष्कर की हत्या की गई थी। दिल्ली के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर बीएस जैसवाल ने अपनी रिपोर्ट में इस बात के संकेत दिए हैं कि सुनंदा की मौत स्वाभाविक नहीं थी, बल्कि उनकी हत्या हुई थी।
इतना ही नहीं जैसवाल ने अपनी यह रिपोर्ट दिल्ली पुलिस के तत्कालीन ज्वाइंट कमिश्नर (दक्षिण क्षेत्र) को सौंपी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जैसवाल ने अपनी रिपोर्ट में एम्स की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि सुनंदा के शरीर पर दांत से काटे जाने के निशान, सीरींज के घाव सहित हाथापाई के दौरान आए खरोंच के निशान मिले थे जो उनकी हत्या की तरफ साफ इशारा करते हैं।
इस सीक्रेट रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक 52 वर्षीय सुनंदा पुष्कर जहर से हुई। उन्हें एल्प्राजोलाम जहर का डोज दिया गया था। सुनंदा के शरीर पर मिले सभी जख्म जबरन दिए गए। हालांकि, ये जख्म इंजेक्शन मार्क को छोड़कर मौत का कारण नहीं बन सकते और उनके शरीर पर ये जख्म हाथापाई के दौरान आए।
इस रिपोर्ट में सुनंदा पुष्कर के शरीर पर मिले जख्मों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि सुनंदा के शरीर पर इंजेक्शन लगाने और दांत से कांटने के निशान मिले। कुछ घाव ऐसे मिले जो उनकी मौत से 12 घंटे पहले से लेकर 4 दिन के दौरान दिए गए।
'सीक्रेट नोट' में आगे कहा गया है कि, यह कहना मुनासिब होगा कि सुनंदा पुष्कर के शरीर पर हाथापाई के निशान थे। सुनंदा पुष्कर और उनके पति शशि थरूर के निजी सहायक नरायन सिंह के बयान को देखने पर ऐसा लगता है कि सुनंदा के शरीर पर ये चोट के निशान उनके पति शशि थरूर के साथ हुई हाथापाई के दौरान आए होंगे। हालांकि, इस तथ्य की जांच आगे की जाएगी।
गौरतलब है कि 17 जनवरी 2014 को दिल्ली के लीला पैलेस होटल के एक कमरे में कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की लाश संदिग्ध हालत में मिली थी। सुनंदा की मौत के चार साल बीत जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस अब तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है।