यहाँ महिला धड़ल्ले से चला रही थी सेक्स रैकेट, जॉब का झांसा देकर फँसाती थी लड़कियां
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 23, 2018 09:44 AM2018-11-23T09:44:52+5:302018-11-23T09:46:35+5:30
नागपुर: गोकुलपेठ मार्केट में सलुन की आड़ में चल रहा देह व्यापार का अड्डा पुलिस के हाथ लगा है. पुलिस ने अड्डे की संचालिका और उसके साथी को गिरफ्तार किया है. आरोपी शलिनी लक्ष्मण कांबले (36) तथा तुषार कन्हैया परसवानी (24) महेश नगर, शांतिनगर है. शालिनी ने दो माह पहले गोकुलपेठ मार्केट की लोट्स बिल्डिंग में स्वान फैमिली सलुन आरंभ किया था. वहां से देह व्यापार का अड्डा चला रही थी.
इसकी सामाजिक सुरक्षा शाखा (एसएसबी) को भनक लग गई. उसने बुधवार की शाम आरोपियों को पकड़ने के लिए डमी ग्राहक भेजा. आरोपियों द्वारा युवती का सौदा करते ही पुलिस ने छापा मारकर दोनों को पकड़ लिया. उनके अड्डे पर तीन युवतियां मिली. उनका देह व्यवसाय के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. शलिनी पहले सलुन में काम करती थी. दो साल पहले उसने खुद का कारोबार करने लगी थी. उसने दो माह पहले लोट्स बिल्डिंग में दुकान किराये से ली थी. दुकान का किराया ही 30 हजार रुपए माह था.
बेरोजगार युवतियों को अधिक कमाई का झांसा देकर देह व्यापार के लिए तैयार किया था. शालिनी पीडि़ता युवतियों को 5 हजार रुपए माह वेतन देती थी. ग्राहक काउंटर पर 2 हजार रुपए देकर युवती के पास जाता था. उसे युवती को 500 रुपए देने होते थे. प्रत्येक ग्राहक के बदले में शालिनी युवती को 100 रुपए देती थी. इस तरह युवती को हर ग्राहक पर 600 रुपए मिलते थे. यदा-कदा ग्राहक से टीप भी मिलती थी. इसी तरह ग्राहक भेजने का काम तुषार परसवानी करता था. वह भी काफी समय से इस कारोबार में है. उसे भी हर ग्राहक के 200 रुपए मिलते थे. काफी समय से देह व्यापार में होने से शालिनी और तुषार के पास ग्राहकों की कमी नहीं होती थी.
आरोपियोंं के खिलाफ अंबाझरी थाने में अनैतिक व्यापार निरोधक कानून (पीटा) का मामला दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई डीसीपी संभाजी कदम, निरीक्षक विक्रम गौड़, मीना जगताप, पीएसआई स्मिता सोनवणे, दामोदर राजुरकर, सूभाष खेड़कर, सुरेखा सांडेकर, छाया राउत, साधना चव्हाण तथा बलीराम ने की.
आरोपियोंं के खिलाफ अंबाझरी थाने में अनैतिक व्यापार निरोधक कानून (पीटा) का मामला दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई डीसीपी संभाजी कदम, निरीक्षक विक्रम गौड़, मीना जगताप, पीएसआई स्मिता सोनवणे, दामोदर राजुरकर, सूभाष खेड़कर, सुरेखा सांडेकर, छाया राउत, साधना चव्हाण तथा बलीराम ने की.