Rubika murder case: हर रोज नए-नए खुलासे, आरोपियों ने शव की पहचान छिपाने के लिए उधेड़ी खाल, झारखंड विधानसभा में हंगामा, जानें
By एस पी सिन्हा | Published: December 20, 2022 04:20 PM2022-12-20T16:20:39+5:302022-12-20T16:21:57+5:30
Rubika murder case: साहेबगंज की पहाड़िया युवती रेबिका की हत्या का मामला सदन के बाहर और अंदर गूंजता रहा। हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
रांचीः झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। भाजपा विधायकों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। इस दौरान साहिबगंज हत्याकांड मामले समेत रोजगार के मुद्दे पर सदन के बाहर और अंदर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया।
भाजपा विधायकों की नारेबाजी की वजह से सदन की कार्यवाही नहीं चल पाई। विपक्ष ने कार्यवाही शुरू होने से पहले ही सदन के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी थी। सदन में प्रश्न काल के दौरान भाजपा विधायकों ने सत्ता पक्ष के खिलाफ तल्ख तेवर अपनाये और जमकर नारेबाजी की।
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो के बार- बार आग्रह करने के बाद भी वे शांत नहीं हुए और हाल ही घटित कई घटनाओं पर सरकार को घेरते रहे। मामले को शांत न होता देख अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने दोपहर 12:45 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। 12:45 बजे जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तब भाजपा विधायकों ने वेल में घुसकर हंगामा शुरू कर दिया।
हंगामा शांत ना होता देख विधानसभा अध्यक्ष ने दोबारा कल बुधवार 11 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इस दौरान साहेबगंज की पहाड़िया युवती रेबिका की हत्या का मामला सदन के बाहर और अंदर गूंजता रहा। इस बीच रुबिका उर्फ रेबिका हत्याकांड में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
अब तक की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि आरोपितों ने शव की पहचान छिपाने के लिए उसका खाल तक उतार दिया था। अब तक मिले शवों के टुकड़ों में दाएं पैर का अंगूठा ही साबूत मिला है, जिससे पहचान हो सकी। अगर वह अंगूठा नही मिला होता तो शव की पहचान के लिए डीएनए जांच के लिए भेजना होता।
पुलिस सूत्रों की मानें तो शनिवार की शाम पैर का अंगूठा मिलने के बाद पुलिस ने सबसे पहले दिलदार के घर पर छापा मार सभी लोगों को उठाया। सख्ती से पूछताछ के बाद एक-एक कड़ी जुड़ती गई। फरार मैनुल अंसारी की गिरफ्तारी के लिए दो टीम निकली हुई है, लेकिन उसने मोबाइल का प्रयोग भी बंद कर दिया है जिस वजह से उसे पकड़ने में परेशानी हो रही है।
रुबिका का शव पोस्टमार्टम के बाद सोमवार की शाम बोरियो थाना लाया गया था। रात में शव थाना में ही रहा। आज ताबूत में उसे रखकर गांव भेजा गया। उपायुक्त रामनिवास यादव, बोरियो बीडीओ दिलीप टुडू, थाना प्रभारी जगन्नाथ पान की मौजूदगी में शव का आज अंतिम संस्कार किया गया। प्रशासन की ओर से परिजनों को आर्थिक सहायता भी दिये जाने की तैयारी है। रुबिका का अंतिम संस्कार उसके गांव गोडा पहाड़ में ही किया गया।