रेवाड़ी गैंगरेप: पीड़िता की मां ने लौटाया मुआवजे की चेक, कहा- पैसा नहीं, न्याय चाहिए
By धीरज पाल | Published: September 16, 2018 11:11 AM2018-09-16T11:11:00+5:302018-09-16T11:11:00+5:30
रेवाड़ी गैंगरेप मामले में पुलिस ने शनिवार को तीन आरोपियों की फोटो जारी की थी। पुलिस ने तीनों आरोपी पंकज, मनीष और नीशू की पहचान कर ली है लेकिन अब तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
नई दिल्ली, 16 सितंबर:हरियाणा के रेवाड़ी में हुए गैंगरेप पीड़िता की मां ने अधिकारियों द्वारा दिया गया चेक वापस लौटा दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे कल (शनिवार) को कुछ अधिकारी मुआवजे की चेक देने के लिए आए थे। इस चेक को आज मैं वापस करने आई हूं, क्योंकि मुझे पैसा नहीं न्याय चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस घटना को 5 दिन हो गए हैं लेकिनअभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
Some officials came yesterday to give me a compensation cheque. I am returning it today, as we want justice & not money. It has now been 5 days & none of the accused have been arrested till now: Mother of Rewari gangrape victim #Haryanapic.twitter.com/fRYGuTP7oj
— ANI (@ANI) September 16, 2018
सुराग देने वालों को मिलेगा एक लाख रुपया
इससे पहले रेवाड़ी गैंगरेप मामले में पुलिस ने शनिवार को तीन आरोपियों की फोटो जारी कर दिया था। एसआईटी की चीफ नाजनीन भसीन प्रेस कांफ्रेस करके इन तीनों आरोपियों की सूचान देने वालों के लिए ईनाम की घोषणा भी किया थी। नाजनीन ने कहा था कि लड़कों का सुराग देने वालों को एक लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा। साथ ही। हालांकि मेडिकल रिपोट्स अभी तक नहीं आई है। रेप के बाद से ही आरोपी लड़के फरार हैं।
राष्ट्रपति से सम्मानति हो चुकी है पीड़िता
मालूम हो कि 12 सितंबर को हरियाणा के रेवाड़ी जिले में तीन लड़कों ने कोचिंग जाने के दौरान सीबीएसई की टॉपर छात्रा को किडनैप किया था। फिर घर से दूर ले जाकर नशीली चीज खिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया। रेप करने के बाद आरोपियों ने छात्रा को वापस महेंद्रगढ़ के एक बस स्टॉप के पास फेंका दिया था। पीड़िता 2016 में सीबीएससी बोर्ड की टॉपर रह चुकी है और टॉप करने के लिए राष्ट्रपति से सम्मानित भी हो चुकी है।
पुलिस पर आरोप है कि पहले उन्होंने इस मामले में केस दर्ज करने में आनाकानी की थी। हालांकि मामले तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल जांच के लिए एसआईटी के साथ ही कई अलग-अलग जांच टीम का गठन किया गया है। पुलिस ने तीनों आरोपी पंकज, मनीष और नीशू की पहचान कर ली है लेकिन अब तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं कर पाई है।