3.5 करोड़ के काम के एवज में सरपंच ने मांगी 35 लाख की रिश्वत, 1.11 lakhs लेते हुए भाई के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार
By धीरेंद्र जैन | Published: July 22, 2020 08:45 PM2020-07-22T20:45:13+5:302020-07-22T20:45:13+5:30
प्रोजेक्ट साइट पर काम करने की एवज में सरपंच बहादुर सिंह मईड्रा ने परिवादी जीओटेक सर्विस मुंबई के ठेकेदार रामपालसिंह जाट से प्रोजेक्ट की 10 प्रतिशत राशि यानि 35 लाख रुपये के कमीशन की बात की। बाद में सौदा 28 लाख में तया हुआ।
जयपुरः राजस्थान के बांसवाड़ा जिले की बारी ग्राम पंचायत में 3.5 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट कार्य शुरू करने की एवज में सरपंच ने दस प्रतिशत कमीशन के हिसाब से 35 लाख रुपये की रिश्वत की मांग ली। सौदा 28 लाख में तय हुआ। लेकिन एसीबी ने सरपंच और उसके भाई को रिश्वत के 1.11 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी के एसीपी सुधीर जोशी ने बताया कि जीओ टेक्नीकल सर्विस के माही बांसवाड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए क्षेत्र में मृदा परीक्षण किया जाना था। लगभग 6 माह से यह काम अटका हुआ था। इस प्रोजेक्ट साइट पर काम करने की एवज में सरपंच बहादुर सिंह मईड्रा ने परिवादी जीओटेक सर्विस मुंबई के ठेकेदार रामपालसिंह जाट से प्रोजेक्ट की 10 प्रतिशत राशि यानि 35 लाख रुपये के कमीशन की बात की। बाद में सौदा 28 लाख में तया हुआ।
19 जुलाई को एसीबी को इस संबंध में शिकायत की गई। शिकायत का सत्यापन कराने पर यह सही पाई गई। एसीबी की टीम ने हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी के पास उदयपुर-बांसवाड़ा मार्ग पर आरोपी सरपंच बहादुर मईड्रा एवं उसके भाई मुकेश को 1.11 लाख रुपये लेते हुए दबोच लिया। दोनों को आज न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहां से उन्हें रिमांड पर सौंप दिया गया।
एसओजी ने उदयपुर में पकड़ी सवा करोड़ की राशि
राजस्थान में पिछले 13 दिनों से चल रहे सियासी घटनाक्रम और विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका को देखते हुए केन्द्र और राज्य की एजेसियां खासी सक्रिय दिखी। खरीद-फरोख्त की आशंका के बाद से धरपकड़ में जुटी उदयपुर की एसओजी टीम ने देर रात दो कारों से सवा करोड़ की राशि जब्त की और हवाला की आशंका में जब्त राशि आयकर विभाग को सौंप दी गई।
एसओजी के एडीजी अशोक राठौड के अनुसार पारस तिराहे पर नाकाबंदी के दौरान दो गाडियों को रोका गया। पहली गाड़ी में हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी सेक्टर 14 निवासी मांगीलाल जैन मिला जिसकी चालक सीट के नीचे मिले बैग से 1.23 करोड की राशि बरामद हुई। वहीं दूसरी कार रमेश कुमार जैन और उसका पुत्र धूलचन्द जैन मिले। इनकी गाड़ी के डेश बोर्ड से 2 लाख की राशि बरामद की गई।
पूछताछ में तीनों ने बताया कि गोवर्द्धन विलास सेक्टर 14 सौ फीट रोड पर हाउसिंग बोर्ड के मकान नं. 2/4 का रमेश कुमार जैन ने डाॅ उमा पुरोहित से 2.45 करोड़ में सौदा हुआ था और मंगलवार को विक्रय इकरार होने पर वे यह राशि लाए थे। एसओजी को यह राशि हवाला का होने का संदेह हुआ और टीम ने राशि को जब्त कर आयकर विभाग के सुपुर्द कर दी।