Raj Thakeray को जान से मारने के लिए उर्दू में मिले धमकी भरे खत, मनसे नेताओं ने गृहमंत्री से की मुलाकात, कहा अगर कुछ हुआ तो लगा देंगे महाराष्ट्र में आग
By आजाद खान | Updated: May 11, 2022 16:03 IST2022-05-11T15:22:28+5:302022-05-11T16:03:38+5:30
Raj Thakeray Death Threat: मनसे प्रमुख राज ठाकरे को धमकी भरे खत मिले हैं। इस खत में उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है जिससे पार्टी के अन्य नेता काफी चिंतित है।

Raj Thakeray को जान से मारने के लिए उर्दू में मिले धमकी भरे खत, मनसे नेताओं ने गृहमंत्री से की मुलाकात, कहा अगर कुछ हुआ तो लगा देंगे महाराष्ट्र में आग
Raj Thakeray Death Threat: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे को जान से मारने की धमकी मिली है। यह धकमी एक खत के द्वारा दी गई है जो उर्दू में लिखी हुई है। टाइम्स नाउ की एक खबर के मुताबिक, मनसे प्रमुख को धमकी भरे खत मिले हैं जिससे पार्टी के अन्य नेता काफी चिंतित है। इस संबंध में MNS नेता बाला नंदगांवकर ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल से मुलाकात कर पूरी जानकारी दी है। उन्होंने सरकार को धमकी भी दी है कि अगर राज ठाकरे को कुछ हो जाता है तो वे शांत नहीं रहेंगे।
क्या है मामला
MNS नेता बाला नंदगांवकर के मुताबिक, मनसे प्रमुख को धमकी भरे खत मिले है। बाला नंदगांवकर ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा है कि धमकी भरा जो खत मिला है वह उर्दू में लिखा हुआ है। उन्होंने इस सिलसिले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री से भी मुलाकात की है और पूरी जानकारी दी है। बाला नंदगांवकर ने सरकार से मनसे प्रमुख की सुरक्षा को लेकर भी बात की है। इस धमकी भरे खत के मिलने पर मनसे नेता को बाद में यह भी कहते हुए सुना गया है कि अगर राज ठाकरे को कुछ हो जाएगा तो वे लोग पूरे महाराष्ट्र को आग लगा देंगे। हालांकि नंदगांवकर ने इस पर और कुछ नहीं कहा है और न ही खत के बारे में और कोई जानकारी दी है।
राज ठाकरे ने उद्धव सरकार को लिखा था पत्र
इससे पहले राज ठाकरे ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के मुद्दे पर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना की थी और आगाह किया था कि सरकार उनकी पार्टी के ''धैर्य की परीक्षा'' न ले। आपको बता दें कि राज ठाकरे ने उद्धव सरकार को एक पत्र भी लिखा था। राज ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में शायद पहली बार अपने चचेरे भाई को ''उद्धव ठाकरे'' कहकर संबोधित किया है।
उन्होंने कहा कि 28,000 से अधिक मनसे कार्यकर्ताओं को प्रतिबंधात्मक नोटिस दिए गए हैं, जबकि हजारों कार्यकर्ताओं को तड़ीपार किया गया है। उन्होंने पूछा “यह (पुलिस कार्रवाई) किस लिए है? ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाली मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाने के लिए?” उन्होंने कहा कि पुलिस महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेताओं की ऐसे तलाश कर रही है जैसे कि वे पाकिस्तानी आतंकवादी या तत्कालीन निजाम शासन के 'रजाकार' हों।