मंदिर के पुजारी ने पूजा करने वाली महिला को मार डाला, क्या थी वजह, जानिए यहां
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: April 23, 2022 15:25 IST2022-04-23T15:20:37+5:302022-04-23T15:25:16+5:30
हैदराबाद में एक मंदिर के पुजारी ने मंदिर में रोज पूजा करने वाली एक महिला का सिर्फ इसलिए बड़ी ही बेरहमी से कत्ल कर दिया क्योंकि उसे महिला के गहनों को हड़पना था।

मंदिर के पुजारी ने पूजा करने वाली महिला को मार डाला, क्या थी वजह, जानिए यहां
हैदराबाद: मंदिर के एक पुजारी ने कथिततौर पर गहनों की लालच में उस महिला की हत्या कर दी, जो अक्सर उसके मंदिर में पूजा करने के लिए आती थी। इस मामले का खुलासा करते हुए हैदराबाद की पुलिस ने बताया कि कत्ल की गई महिला बीते गुरुवार 18 अप्रैल से लापता था।
57 साल की मृत महिला का नाम उमा देवी था, जो अक्सर मंदिर में पूजा-पाठ करने के लिए जाती थीं। लेकिन उमा को नहीं पता था कि मंदिर में देवता के सामने पूजा करने वाला मंदिर का पुजारी उनकी गहनों पर गलत नियत रखता है।
जानकारी के मुताबिक 18 अप्रैल की शाम में भी उमा रोज की तरह मंदिर में टहलने के लिए गई थीं, लेकिन जब समय से घर वापस नहीं लौटी तो घरवालों को उनकी चिंता हुई।
घरवालों ने उमा की बहुत तलाश की और अंत में थककर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इतना ही नहीं उमा को तलाशने के लिए परिवारवालों ने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया और लोगों से उमा की तलाश में मदद करने की अपील की।
इस बीच घरवालों की रिपोर्ट पर पुलिस भी उमा को तलाश रही थी, तभी पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि एक महिला का शव मंदिर के पीछे झाड़ियों में पड़ा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस फौरन मंदिर के पास बताये हुए जगह पर पहुंची और शव की शिनाख्त उमा के तौर पर की।
पुलिस मामले की छानबीन कर ही रही थी, तभी उमा के शव मिलने से मामला और उलझ गया। पुलिस को तहकीकात के दौरान मंदिर के पुजारी पर कुछ शक हुआ और उसके संदिग्ध पुजारी से कड़ाई से पूछताछ की।
उसके बाद संदिग्ध पुजारी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और उसने बताया कि उमा की हत्या की उसी के हाथों से हुई है। 42 साल के आरोपी पुजारी का नाम अनुमुला मुरली कृष्णा है।
मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी पुजारी ने पूछताछ में बताया कि उमा के गहनों को देखकर उसके मन में लालच पैदा हो गया था और उसे हड़पने के लिए उसने उमा का मंदिर के पीछे कत्ल कर दिया।
जानकारी के अनुसार जिस समय उमा की हत्या हुआ, उस समय भी उन्होंने दोनों हाथों में सोने की चूड़ियां और कान में बालियां पहन रखी थीं। गहनों की लालच में अंधे पुजारी मुरली कृष्णा ने लोहे की रॉड से प्रहार करके बड़ी ही बेरहमी से उमा की हत्या को अंजाम दिया था।
पुजारी ने उमा को मारने के बाद उसके शरीर से सारे गहनों को उतार लिया और जोशी नंदा किशोर नाम के सुनार के पास उन गहनों को बेच दिया। पुलिस ने चोरी के गहने खरीदने के आरोप में किशोर को भी गिरफ्तार कर लिया है।
हैदराबाद पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत केस दर्ज करते हुए आरोपी पुजारी मुरली कृष्णा और उसके गुनाह में भागीदार रहे सुनार जोशी नंदा किशोर को अन्य धाराओं में चालान करते हुए जेल भेज दिया है।