मंगलुरु हत्या मामला: सीएम बासवराज ने कहा- ऐसे मामलों पर नियंत्रण के लिए अपना सकते हैं यूपी का योगी आदित्यनाथ मॉडल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 29, 2022 01:19 PM2022-07-29T13:19:05+5:302022-07-29T16:56:02+5:30
मंगलुरु में गुरुवार शाम करीब 8 बजे फाजिल पर अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से हमला किया जिसे अस्पताल ले जाने के बाद मृत घोषित कर दिया गया। पूरी घटना सीसीटीव फुटेज में कैद है।
मंगलुरुः कर्नाटक के मंगलुरु में गुरुवार शाम फाजिल नाम के एक शख्स की अज्ञात हमलावरों द्वारा हत्या के बाद सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को लेकर पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा कि इसे सांप्रदायिक रंग देने की अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इसे प्रेम प्रसंग बताकर या फिर इसे सांप्रदायिक रंग देने की अफवाह फैल रही है।
गुरुवार शाम करीब 8 बजे फाजिल पर अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से हमला किया जिसे अस्पताल ले जाने के बाद मृत घोषित कर दिया गया। पूरी घटना सीसीटीव फुटेज में कैद है। चारों हमलावर ने नकाब पहने हुए थे। पुलिस आयुक्त ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी क्योंकि हम अभी तक आरोपी को नहीं पकड़ पाए हैं। उन्होंने कहा, हम आरोपियों, उनके इरादों पर तब तक कोई टिप्पणी नहीं करेंगे जब तक हम उनसे पूछताछ नहीं करते।
फाजिल की हत्या से ठीक दो दिन पहले बेल्लारे में भाजपा के एक युवा नेता प्रवीण नेट्टारू की मंगलवार शाम को चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों की हत्या एक ही तरीके से की गई है। इस हत्या को लेकर दक्षिण कन्नड़ जिले में माहौल तनावपूर्ण है। इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं कर्नाटक के एडीजीपी आलोक कुमार ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है।
उन्होंने बताया कि फाजिल का अंतिम संस्कार की विधि संपन्न हो चुकी है। उन्होंने कहा हमारे अधिकारी जांच में जुटे हैं। हमारे पास CCTV फुटेज है। हमें सभी फुटेज की जांच करनी होगी। उन्होंने घटना को लेकर कहा कि इसमें एक वाहन का इस्तेमाल अपराध के लिए किया गया है। वह वाहन हमें कुछ लीड दे सकता है। हमें यकीन है कि हम बहुत जल्द इस मामले को सुलझा लेंगे। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि हमारे लिए सभी घटनाएं समान हैं और लोगों का जीवन हमारे लिए कीमती है। हम तीनों (हत्या) मामलों में कड़ी कार्रवाई करेंगे। जब भी आवश्यक होगा हम कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई करेंगे। यूपी मॉडल या कर्नाटक मॉडल दोनों अपनाया जा सकता है।