पायल सुसाइड केस : आरोपियों से जेल में पूछताछ करने की मिली अनुमति
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 7, 2019 07:58 AM2019-07-07T07:58:19+5:302019-07-07T07:58:19+5:30
पायल सुसाइड केस : पुलिस ने कहा कि पायल के फोन की फॉरेंसिक जांच के दौरान उसमें सुसाइड नोट की तस्वीरें और तीन आरोपी चिकित्सकों की तस्वीरें मिलने के बाद पूछताछ जरूरी है.
मुंबई की एक विशेष अदालत ने सरकारी अस्पताल में जातिगत टिप्पणियों से परेशान होकर जूनियर डॉक्टर पायल तड़वी द्वारा आत्महत्या करने के मामले में जेल में बंद तीन महिला चिकित्सकों से पुलिस को जेल में पूछताछ करने की अनुमति दी है. इस बीच, तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत आज 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी गई.
चिकित्सक हेमा आहूजा, अंकिता खंडेलवाल और भक्ति मेहेर फिलहाल न्यायिक हिरासत में बायकुला जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ पायल को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है. मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने विशेष लोक अभियोजक राजा ठाकरे के माध्यम से अदालत में अर्जी दाखिल कर आरोपियों से पूछताछ करने की अनुमति मांगी थी.
पुलिस ने कहा कि पायल के फोन की फॉरेंसिक जांच के दौरान उसमें सुसाइड नोट की तस्वीरें और तीन आरोपी चिकित्सकों की तस्वीरें मिलने के बाद पूछताछ जरूरी है. पुलिस तड़वी के शव को उसके कमरे से ट्रॉमा सेंटर तक ले जाए जाने की कडि़यों की जांच करना चाहती है. आत्महत्या के बाद इन्हीं तीन महिला चिकित्सकों ने सबसे पहले उसके कमरे का दरवाजा खोला था.
बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने कहा कि अगर आरोपियों से जेल के अंदर पूछताछ की जाती है तो उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है. न्यायाधीश पी. बी. जाधव ने जांच अधिकारी को सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 11 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक तीनों आरोपियों से पूछताछ करने की अनुमति दी.