पटना पुलिस की गिरफ्त में आई 'लुटेरी दुल्हन' एम्स में डॉक्टर और IAS में चयनित होने का झांसा देकर लूटती थी दुल्हा को
By एस पी सिन्हा | Updated: July 28, 2024 16:23 IST2024-07-28T16:23:21+5:302024-07-28T16:23:56+5:30
युवती की पहचान जाह्नवी सिंह उर्फ तन्नु प्रिया उर्फ ठाकुर प्रिंसी सिंह के रूप में हुई है। मुजफ्फरपुर के औराई थाने के भादो गांव की रहने वाली लड़की के पास से अलग-अलग नामों और जन्म तिथियों पर बने दो आधार कार्ड मिले हैं। दोनों आधार कार्ड पर एक ही सीरियल नंबर अंकित है।

पटना पुलिस की गिरफ्त में आई 'लुटेरी दुल्हन' एम्स में डॉक्टर और IAS में चयनित होने का झांसा देकर लूटती थी दुल्हा को
पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की रहने वाली एक 'लुटेरी दुल्हन' को पटना पुलिस ने धर दबोचा है। पटना पुलिस की गिरफ्त में आई लुटेरी दुल्हन की कहानी सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। दरअसल पटना के एक युवक की छह महीने पहले फेसबुक पर मुजफ्फरपुर की एक लड़की से दोस्ती हुई। लड़की ने युवक को बताया कि वह एम्स में डॉक्टर है। कुछ दिन बाद उसने आईएएस के लिए चयनित होने की बात बताई। कुछ समय बाद उसने युवक के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। युवक भी राजी हो गया। इसके बाद युवती शादी करने पटना उसके घर पहुंच गई। उसकी मंशा जेवर लूटकर भागने की थी। इससे पहले ही उसकी पोल खुल गई।
बताया जाता है कि बेउर के गंगा बिहार कॉलोनी निवासी युवक बेंगलुरु में मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत है। बीते दिनों फेसबुक से उनका संपर्क मुजफ्फरपुर निवासी जानवी सिंह नाम की युवती से हुआ था। युवती ने बताया कि उसने पीजीआई चंडीगढ़ से एमबीबीएस की है और दिल्ली एम्स से पीजी कर रही है। कुछ दिन बाद उसने आईएएस के लिए चयनित होने की बात बताई। दोस्ती बढ़ने पर दोनों ने शादी का निर्णय लिया। प्रशिक्षु डीएसपी सह बेऊर थानाध्यक्ष निशांत गौरव ने बताया कि 26 जुलाई को उनका छेंका होना तय हुआ था।
इसी बीच 16 जुलाई को युवक के घर में पूजा रखी गई थी। पीड़ित के निमंत्रण पर युवती सात दिनों पहले सीधे रवि रंजन के घर आकर रहने लगी। लड़की अपने साथ भारी मात्रा में नकली जेवर लेकर आई थी। युवती ने रवि से कहा था कि उसके घरवाले रिश्ते के लिए तैयार नहीं होंगे, इसलिए सगाई के बाद वह घरवालों को इसकी जानकारी देगी। लेकिन युवती ने सगाई के पहले जेवरात चोरी होने का नाटक रच दिया। रवि रंजन ने युवती के झांसे में आकर अपने करीबी रिश्तेदार पर बेउर थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी। युवती ने पीड़ित की मौसी पर गहना चोरी का शक जाहिर किया था।
उधर, दबाव में पीड़ित छह लाख की असली ज्वेलरी खरीदकर ले आए। मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो असलियत सामने आ गई। जांच में आईडी फर्जी मिली। युवती की पहचान जाह्नवी सिंह उर्फ तन्नु प्रिया उर्फ ठाकुर प्रिंसी सिंह के रूप में हुई है। मुजफ्फरपुर के औराई थाने के भादो गांव की रहने वाली लड़की के पास से अलग-अलग नामों और जन्म तिथियों पर बने दो आधार कार्ड मिले हैं। दोनों आधार कार्ड पर एक ही सीरियल नंबर अंकित है।
जानवी सिंह उर्फ ठाकुर प्रिया उर्फ श्रेयसी सिंह। एक नहीं कई नाम, कई फेक आईडी और भी बहुत कुछ। वह युवकों को प्रेम जाल में फंसाकर उससे शादी का झांसा देती थी। आरोप है कि उसने मुजफ्फरपुर के एक लड़के को फेसबुक के जरिए फंसाया और फिर उससे शादी की। शादी के 4 दिन बाद ही वह लाखों रुपये के जेवरात और नकदी लेकर फरार हो गई थी। अब वह पटना में अपने अगले शिकार को फंसाने के लिए आई थी।
पुलिस को आरोपी के पास से दो आधार कार्ड, एम्स का फर्जी आईकार्ड, यूपीएससी का फर्जी आईकार्ड, एक मोबाइल, 39 हजार 800 रुपये नकद, सोने की चेन और अन्य जेवरात बरामद हुए हैं। उसकी मंशा जेवर लूटकर भागने की थी। इससे पहले ही उसकी पोल खुल गई।
पुलिस ने छानबीन शुरू की तो बैग की तलाशी ली गई, जिसमें एम्स में डॉक्टर होने का आईडी रखा मिला। पुलिस ने एम्स प्रबंधन से पता लगाया तो मालूम हुआ कि ऐसी कोई डॉक्टर है ही नहीं। इसके बाद जाह्नवी को थाने में लाकर पूछताछ की जाने लगी।